मुआवजा: आगामी कैबिनेट बैठक में घोषणा की
राणा ओबरॉय सोनीपत। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हाल ही में ओलावृष्टि से जिन गांवों के किसानों की फसल खराब हुई हैं। उन्हें उचित मुआवजा दिया जाएगा। जो वर्तमान में 12 हजार रुपये प्रति एकड़ दिए जा रहे मुआवजे से कहीं ज्यादा होगा। आगामी कैबिनेट बैठक में इसकी घोषणा कर दी जाएगी। खट्टर शनिवार को सोनीपत के गांव झरोठी में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा “मैं स्वयं एक किसान के बेटा हूँ। पूरा हरियाणा उनके परिवार के समान है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में अंत्योदय की भावना से काम किया जा रहा है। पूर्व की सरकारों में किसानों को दो, चार और 10 रुपए तक के चेक भी दिए गए। जब उन्होंने सत्ता संभाली तो यह तय किया गया कि 500 रुपये से कम किसी भी किसान का चेक नहीं बनेगा। पूर्व की सरकारों में खराब फसलों के मुआवजे के लिए प्रति एकड़ 7500 रुपए तय दिए गए। मगर उनकी सरकार में 12 हजार रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा तय किया गया।
राज्यपाल अनुसुईया को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपीं
दुष्यंत टीकम रायपुर। झीरम घाटी जांच आयोग ने राज्यपाल अनुसुईया उइके को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। आयोग के सचिव व छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार संतोष कुमार तिवारी ने रिपोर्ट सौंपी। यह प्रतिवेदन 10 वाल्यूम और 4184 पेज में तैयार किया गया है। झीरम घाटी की घटना 25 मई 2013 को हुई थी. इस घटना की जांच के लिए जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में 28 मई 2013 को आयोग का गठन किया गया था। जस्टिस मिश्रा छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के पूर्व कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश और वर्तमान में आंध्रप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश है।
टैंक की सफाई करने उतरे 5 मजदूरों की मौंत
अहमदाबाद। गुजरात के गांधीनगर में शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां कलोल स्थित खटराज गांव में केमिकल कंपनी के वेस्ट वाटर टैंक की सफाई करने उतरे 5 मजदूरों की मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वेस्ट वाटर टैंक की सफाई के दौरान मजदूरों के पांव फिसल गए और जब तक कोई यह बात जान पाता और मजदूरों को निकालने की कोशिश करता, तब तक डूबकर उनकी मौत हो चुकी है।
फिलहाल इस घटना पर केमिकल कंपनी की ओर से किसी तरह का कोई बयान नहीं आया है।
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