अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। पूरे देश में नमकीन के लिए मशहूर रतलाम के नमकीन खाने वालों के लिए एक बुरी खबर है। अगर आपने वैक्सीन की दोनों डोज नहीं ली हैं तो आपको किसी भी स्टोर से नमकीन नहीं मिलेगी टीकाकरण को लेकर रतलाम की अनूठी पहल की चर्चा पूरे देश में हो रही है। यह फैसला कोरोना के टीकाकरण के प्रति लोगों की उदासीनता को देखते हुए लिया गया है। दरअसल, वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को जागरूक करने में प्रशासन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इसलिए प्रशासन ने शहर के कई व्यापारिक संगठनों से लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने की अपील की। खासतौर पर खाने-पीने की दुकानों के कारोबारियों को सिर्फ उन्हीं ग्राहकों तक सामान पहुंचाने को कहा गया, जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज मिल चुकी हैं। प्रशासन की अपील पर सेव-नमकीन कारोबारियों ने उन लोगों को सेव-नमकीन नहीं बेचने का फैसला किया, जिन्हें वैक्सीन की दोनों खुराकें नहीं मिलीं।
हालांकि इससे दुकानदारों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नमकीन दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन नमकीन के साथ अन्य दुकानों पर भी सख्त कार्रवाई करे। शादी समारोह को लेकर प्रशासन ने नमकीन की दुकानों के साथ ही सख्त कार्रवाई की है। विवाह समारोह में जिन लोगों को कोरोना का टीका नहीं लगा है। उनके लिए विवाह समारोह स्थल पर अलग से स्टॉल लगाया जा रहा है, जहां पहले बिना वैक्सीन के लोगों को टीका लगाया जा रहा है, फिर विवाह समारोह में भाग लेने की अनुमति है। इसके अलावा प्रशासन ने शादी के निमंत्रण छापने वाले प्रिंटरों को भी हर कार्ड में यह लिखने का आदेश दिया है कि जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है, वे शादी में न आएं। प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान का असर रतलाम शहर में भी देखने को मिल रहा है। रतलाम शहर में 76 प्रतिशत से अधिक लोगों को टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी है। बाकी 24 फीसदी लोगों को जागरूक करने के लिए प्रशासन खाने-पीने के कारोबार से जुड़े दुकानदारों के साथ-साथ व्यापारी संगठनों की भी मदद ले रहा है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में जारी नरमी के बीच घरेलू स्तर पर सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने आज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया। जिससे राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार बारहवें दिन भी टिकाव रहा। केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये तथा 10 रुपये प्रति लीटर की कमी करने से देश में इसकी कीमतों में कमी आयी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक सहित देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इन दोनों उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) में कमी की है। इससे संबंधित राज्यों में इन दोनों पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों में और कमी आयी है। इसका असर आज भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर बरकरार है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में गिरावट का सिलसिला जारी है। घरेलू बाजार में मंगलवार को 12वें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ। राजधानी दिल्ली में देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के पंप पर पेट्रोल की कीमत 103.97 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर पर टिकी रही। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं।
भारत: संक्रमितों की संख्या-3,44,56,401 हुईं
अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। भारत में लगातार कोविड-19 की तीसरी लहर आने का खतरा कम होता दिख रहा है ? पिछले 24 घंटों में 8,865 नए मामले हैं। जिसके बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,44,56,401 हो गई। पिछले 287 दिन में सामने आए ये सबसे कम दैनिक मामले हैं। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,30,793 हो गई है। जो 525 दिन में सबसे कम है।केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 197 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,63,852 हो गई। देश में लगातार 39 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 20 हजार से कम हैं और 142 दिन से 50 हजार से कम दैनिक मामले सामने आ रहे हैं।
उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी घटकर 1,30,793 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.38 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 3,303 की कमी दर्ज की गई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.27 प्रतिशत है। जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
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