उस्मान को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया
ब्रिसबेन। मध्यक्रम के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को इंग्लैंड के खिलाफ अगले महीने से शुरू होने वाली एशेज श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच के लिये आस्ट्रेलिया की 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है। यह 34 वर्षीय बल्लेबाज 2019 की एशेज श्रृंखला के दौरान टीम से बाहर किये जाने के बाद से आस्ट्रेलिया की तरफ से नहीं खेला है, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में क्वीन्सलैंड के लिये अच्छा प्रदर्शन किया है और मध्यक्रम में एक जगह के लिये वह ट्रैविस हेड को चुनौती दे सकते हैं।
एशेज का पहला मैच आठ दिसंबर को ख्वाजा के घरेलू मैदान गाबा में शुरू होगा। इससे पहले आस्ट्रेलिया ब्रिसबेन में ही एक अन्य मैदान पर एक से तीन दिसंबर के बीच ट्रायल मैच खेलेगा। आस्ट्रेलियाई चयनकर्ता जार्ज बैली ने कहा कि ख्वाजा शैफील्ड शील्ड में अच्छी लय में हैं। ख्वाजा ने अब तक 44 टेस्ट मैचों में लगभग 41 की औसत से रन बनाये हैं जिसमें आठ शतक भी शामिल है।
शरीर के लिए पानी पीने का सही तरीका
मो. रियाज
आपके शरीर को कितने पानी की जरूरत है। यह आपके उम्र, मौसम और एक्टिविटी लेवल पर निर्भर करता है। लेकिन पानी कब पीना चाहिए और किस तरह से पीना चाहिए यह नियम सभी के लिए एक समान है। पानी को लेकर क्या कहता है। शरीर के लिए पानी पीना कितना जरूरी है, ये तो हम सभी जानते हैं। इसलिए ज्यादातर डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट्स रोजाना 5-6 गिलास पानी पीने की सलाह देते हैं। हालांकि आपके शरीर को कितने पानी की जरूरत है, यह इस बात पर निर्भर करता है। आपकी उम्र कितनी है, आप किस वातावरण में रहते हैं।
मौसम कैसा है और आप कितनी फिजिकल एक्टिविटी करते हैं। बावजूद इसके रोजाना कम से कम 4 गिलास पानी तो औसतन सभी के लिए जरूरी है। लेकिन जिस तरह भोजन करने का एक सही तरीका होता है कि हमेशा बैठकर और आराम से चबा-चबाकर खाना खाना चाहिए। उसी तरह क्या पानी पीने के भी कुछ नियम होते हैं पानी कब पीना चाहिए, किस तरह से पीना चाहिए, कैसा पीना चाहिए आइये हम बताते है आपको।
क्या है पानी पीने का सही तरीका ?
खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए। पानी हमेशा बैठकर आराम से रिलैक्स होकर पीना चाहिए खड़े होकर पानी पीने से पानी हड्डियों के जोड़ में जमा हो सकता है। जिससे आर्थराइटिस का खतरा रहता है।
क्या है पानी पीने का सही समय ?
भोजन करने के बाद 1-2 घूंट पानी पिएं, ज्यादा नहीं।अगर आप खाना खाने के तुरंत बाद बहुत अधिक पानी पिएंगे तो पाचन क्रिया के लिए पेट में जगह ही नहीं होगा। हमेशा याद रखें कि अपने पेट को 50 प्रतिशत भोजन से भरें, 25 प्रतिशत पानी से और 25 प्रतिशत खाली जगह रखें।
आजकल बहुत से लोग पानी पीने के लिए फोन में अलार्म लगाकर रखते हैं और हर 1-2 घंटे में पानी पीते रहते हैं। लेकिन आयुर्वेद कहता है कि जब आपको प्यास लगे, जब पानी की जरूरत महसूस हो सिर्फ तभी पानी पिएं। प्यास लगने का मतलब है कि शरीर को पानी की जरूरत है। सुबह उठते ही खाली पेट पानी पीने की आदत डालें, इसे ऊषापान कहते हैं। ऐसा करने से शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। जिससे बीमारियों से बचने में मदद मिलती है।
एक ही बार में 1 गिलास पानी पूरा पीने की बजाए आपको एक-एक घूंट करके आराम से धीरे-धीरे पानी पीना चाहिए इसका कारण ये है कि एक बार में ज्यादा पानी पी लेने से शरीर उसे अवशोषित नहीं कर पाता और ज्यादातर पानी तुरंत शरीर से बाहर निकल जाता है। हमेशा रूम टेंपरेचर पर रखा हुआ सादा पानी ही पिएं।आप चाहें तो हल्का गुनगुना पानी भी पी सकते हैं लेकिन बर्फ वाला बहुत अधिक ठंडा पानी बिलकुल न पिएं।
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