अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और दूरसंचार के मेल से देश के दूरदराज के क्षेत्रों तक डिजिटल सेवाओं की पहुंच बढ़ेगी और समावेशी विकास में मदद मिलेगी। वैष्णव ने कहा कि सरकार इस क्षेत्र में सुधार और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
साथ ही मंत्री ने उद्योग जगत से दुनिया भर में इस्तेमाल में लाए जा रहे सबसे अच्छे तरीकों का अध्ययन करने और नीति तैयार करने में योगदान के लिए सुझाव देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “यह बहुत साफ है कि अंतरिक्ष और दूरसंचार मिलकर हमें उन क्षेत्रों तक पहुंचने में मदद कर सकते हैं जहां पहुंचना परंपरागत रूप से आसान नहीं है। जैसे वन क्षेत्र, आदिवासी क्षेत्र जो काफी दूरदराज की जगहों पर बसे हैं।
हमारे देश के पूर्वोत्तर के हिस्सों में, हिमालयी खंड, रेगिस्तानी इलाके.. इनमें से कई खंड जहां पारंपरिक तरीकों से डिजिटल सेवाएं नहीं पहुंच पायी हैं, मुझे उम्मीद है कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के साथ हम उन क्षेत्रों तक पहुंचने में सक्षम होंगे।” मंत्री ने अंतरिक्ष एवं उपग्रह कंपनियों के संगठन इंडियन स्पेस एसोसिएशन की शुरुआत पर एक कार्यक्रम में कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और दूरसंचार की संयुक्त शक्ति भी समावेशी विकास की दिशा में “बड़े पैमाने पर” योगदान देगी।
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