रविवार, 17 अक्तूबर 2021

लड़ाकू विमानों की डिलीवरी करने की गुहार

लड़ाकू विमानों की डिलीवरी करने की गुहार लगाई

बीजिंग। चीन से बढ़ते खतरे के बीच ताइवान ने अमेरिका से जल्द से जल्द एफ-16 लड़ाकू विमानों की डिलीवरी करने की गुहार लगाई है। अब ताइवा ने चीन के साथ दो-दो हाथ करने का मन बना लिया है। यही वजह है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए पहले से ज्यादा तैयार दिख रहा है। चीनी लड़ाकू विमानों की घुसपैठ और ड्रैगन से बढ़ते खतरे के बीच रिपोर्टें सामने आई हैं कि ताइवान के अधिकारियों ने वाशिंगटन से ताइपे को अमेरिकी-निर्मित एफ-16 फाइटर जेट की डिलीवरी में तेजी लाने का आग्रह किया है।

ताइपे टाइम्स ने सीएनएन की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने ताइवान के अधिकारियों के साथ ताइवान को अमेरिकी निर्मित एफ-16 की डिलीवरी में तेजी लाने की संभावना पर चर्चा की है। बता दें कि 2019 में ताइवान ने अमेरिका से F-16 फाइटर जेट खरीदने का सौदा किया था, जो करीब 10 साल में पूरा होगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 22 फाइटर जेट्स की बिक्री को 2019 में मंजूरी दी गई थी, मगर चीनी उकसावे और खतरे के मद्देनजर ताइवान को वास्तविक डिलीवरी के समय में तेजी लाने की उम्मीद है, जिसमें आमतौर पर 10 साल तक का समय लग सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह डेवलपमेंट ऐसे वक्त में आया है, जब पेंटागन इंडो-पैसिफिक कमांड ने बढ़ती चिंता को देखा रहा है, क्योंकि चीन ने अपनी सेना का तेजी से आधुनिकीकरण किया है और ताइवान को ध्यान में रखते हुए अपने प्रशिक्षण में सुधार किया है।
ताइपे टाइम्स ने ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि लगभग 150 चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैन्य विमानों ने 1-5 अक्टूबर से ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में घुसपैठ की है। ये बीजिंग की ओर से पिछले कुछ दिनों में ताइवान की सबसे बड़ी घुसपैठ है। यह घुसपैठ तब हुई, जब बीजिंग ने ताइवान पर पूर्ण संप्रभुता का दावा किया। ताइवान और चीन के पुन: एकीकरण की जोरदार वकालत करते हुए चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बीते दिनों कहा था कि 'ताइवान प्रश्न' का मुद्दा सुलझाया जाएगा और उसे फिर से चीन में मिलाया जाएगा।
हालांकि, चीनी राष्ट्रपति के बयान का मुंहतोड़ जवाब देते हुए ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने कहा था कि ताइवान बीजिंग के किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेगा और अपने लोकतांत्रिक जीवन की रक्षा करेगा। ताइवान के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर राष्ट्रपति ने एक भाषण में कहा कि हम जितना अधिक हासिल करते हैं, चीन से उतना ही अधिक दबाव का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कोई भी ताइवान को चीन के बनाए रास्‍ते पर चलने के लिए मजबूर नहीं कर सकता। उन्होंने ताइवान को "लोकतंत्र की रक्षा की पहली पंक्ति पर खड़ा" बताया। ताइवान की राष्ट्रपति का बयान ऐसे वक्त में आया है, जब चीन की ओर से लगातार हवाई घुसपैठ की हिमाकत हो रही है और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ताइवान के एकीकरण की वकालत की है।
ताइवान और चीन 1949 में गृह युद्ध के बीच उस समय अलग हो गए थे जब माओ जेदोंग के नेतृत्व में देश के मुख्य हिस्से पर साम्यवादियों (कम्युनिस्ट) की सत्ता में आने के बाद सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट पार्टी के लोग भागकर इस द्वीप पर चले गए थे। इसके बाद से ताइवान में स्वशासन है और चीन ने इसे वैधता प्रदान करने से इनकार कर दिया।
इस्कान मंदिर पर भीड़ ने कथित तौर पर हमला किया

ढाका। बांग्लादेश के मंदिरों में तोड़फोड़ और हिंदुओं पर हमले के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। पिछले दिनों दुर्गा पंडाल में हुए हमले के बाद अब शुक्रवार को बांग्लादेश के नोआखली जिले में एक इस्कान मंदिर पर भीड़ ने कथित तौर पर हमला कर दिया। इसमें एक इस्कान मंदिर के सदस्य (श्रद्धालु) की मौत हो गई। इस पूरे हिंसक मामले पर भारत के इस्कान समुदाय के लोगों में रोष का माहौल है। कोलकाता के इस्कान मंदिर के उपाध्यक्ष राधारमण दाश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस घटनाक्रम से अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री के आवास पर फोन किया और उनके सचिव से पीएम को सूचित करने का अनुरोध किया कि उन्हें हिंसा के इस चक्र को समाप्त करने के लिए बांग्लादेश के पीएम से बात करनी चाहिए। कल लगभग 500 लोगों की भीड़ ने हमारे मंदिर परिसर में प्रवेश किया और देवताओं को तोड़ा, भक्तों को बेरहमी से घायल किया। उनमें से एक की मृत्यु हो गई है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमने संयुक्त राष्ट्र को भी एक पत्र लिखा है और उनसे इसकी निंदा करने और बांग्लादेश में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने की अपील की है। यह एक बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।
बांग्लादेश के नोआखली इस्कान समुदाय ने घटना की जानकारी अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से दी है। ट्वीट में कहा, यह बहुत दुख के साथ है कि इस्कान सदस्य पार्थ दास की कल 200 से अधिक लोगों की भीड़ ने बेरहमी से हत्या कर दी। उनका शव मंदिर के बगल में एक तालाब में मिला। हम बांग्लादेश सरकार से आह्वान करते हैं कि इस संबंध में तत्काल कार्रवाई की जाए।
इस्कान ने एक और ट्वीट में कहा, ‘इस्कॉन मंदिर और भक्तों पर आज नोआखली, बांग्लादेश में भीड़ द्वारा हिंसक हमला किया गया। मंदिर को काफी नुकसान हुआ और एक भक्त की हालत गंभीर बनी हुई है। हम बांग्लादेश सरकार से सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं। हिंदुओं और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।
 साढ़े तीन घंटे के बाद पृथ्वी पर पहुंचा अंतरिक्ष केंद्र

वाशिंगटन डीसी। एक अंतरिक्ष यात्री और रूस के दो फिल्म निर्माता अंतरिक्ष केंद्र से पृथ्वी पर सकुशल वापस लौट गए। सोयुज अंतरिक्ष यान अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र से रवाना होने के साढ़े तीन घंटे के बाद पृथ्वी पर पहुंचा। अंतरिक्ष यान पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने के बाद रविवार को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार चार बजकर 35 मिनट पर पैराशूट की मदद से कजाखस्तान में उतरा। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र से रॉकेट रविवार को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार एक बजकर 15 मिनट पर रवाना हुआ। इस रॉकेट में ओलेग नोवित्स्की, यूलिया पेरेसिल्ड और क्लिम शिपेंको सवार थे।
अभिनेत्री पेरेसिल्ड और फिल्म निर्देश शिपेंको  चैलेंज नाम की फिल्म के कुछ हिस्सों की शूटिंग के लिए पांच अक्तूबर को अंतरिक्ष केंद्र पहुंचे थे और 12 दिन तक वहां ठहरे। इस फिल्म में सर्जन का किरदार निभा रही पेरेसिल्ड को एक क्रू सदस्य को बचाने के लिए अंतरिक्ष केंद्र जाना पड़ता है,  जिसे अंतरिक्ष की कक्षा में ही तत्काल ऑपरेशन की आवश्यकता होती है। अंतरिक्ष केंद्र में छह महीने से अधिक का समय बिताने वाले नोवित्स्की ने फिल्म में बीमार अंतरिक्ष यात्री का किरदार निभाया है।





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