ग्रीन पटाखों की भी नहीं मिल रही है परमिशन
अश्वनी उपाध्याय गाजियाबाद। डीएम राकेश कुमार सिंह समेत जिले में तैनात सभी अधिकारी अभी तक पटाखा व्यापारियों की समस्या का समाधान नहीं कर पाए हैं। पटाखा व्यापारी जिला प्रशासन से ग्रीन क्रैकर्स बेचने की अनुमति मांग रहे हैं। राष्ट्रीय हरित अभिकरण (एनजीटी) के आदेशों से डरे हुए अधिकारी ग्रीन क्रैकर्स का लाइसेन्स देने से भी इनकार कर रहे हैं। दीपावली को अब केवल 5 दिन शेष रहे हैं और कारोबारियों को पता नहीं कि उन्हें बेचने की अनुमति मिलेगी भी या नहीं। कारोबारियों का कहना है कि उनका करोड़ों रुपए का माल फंसा हुआ है और लग रहा है कि इस बार भी उनकी दीवाली फीकी ही रहेगी।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट एवं एनजीटी के आदेशों के अनुसार एनसीआर व इसके वायु प्रदुषण वाले क्षेत्रों में केवल 2 घंटों के लिए ही ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति है। 2 घंटों की समय सीमा ही अधिकारियों के गले की फांस बन रही है।
प्रशासन की मुश्किल यह है कि यदि 2 घंटे पटाखे चलाने के बाद वायु प्रदूषण अत्यधिक रूप से बढ़ जाता है तो किसके विरुद्ध कार्यवाही करें। अदालत के इसी आदेश की वजह से प्रशासन यह तय नहीं कर पा रहा है कि ग्रीन क्रैकर्स का लाइसेंस जारी किया जाए या नहीं। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट या एनजीटी की ओर से ऐसा कोई आदेश नहीं है कि ग्रीन क्रैकर्स का लाइसेंस जारी नहीं किया जाए। यही वजह है की प्रशासन व्यापारियों को स्पष्ट रूप से मना भी नहीं कर पा रहा है। जिला प्रशासन का कहना है कि कानूनी राय लेने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
ट्रैफिक पुलिस के इंतजाम, जाम से जूझता शहर
अश्वनी उपाध्याय गाजियाबाद। त्योहारों के दौरान शहर की सड़कों को ट्रैफिक जाम से बचाने के लिए एक डायवर्जन प्लान बनाया था। शुक्रवार से प्रभावी हुए इस प्लान के अनुसार शहर की सड़कों पर भारी वाहनों जिनमें ट्रक और बसें भी शामिल हैं, का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित था। भारी वाहनों को शहर में घुसने से रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने जगह-जगह बेरिकेड लगाकर पुलिस बल भी तैनात किया था।इन सब के बावजूद घंटाघर, ठाकुरद्वारा फ्लाई ओवर, अंबेडकर रोड, तुराब नगर, गांधी नगर, दिल्ली गेट, डासना गेट, बज़रिया, मालीवाड़ा आदि भीड़-भाड़ और घने बाज़ार वाली जगहों पर दिन भर जाम देखा गया। जीटी रोड और अंबेडकर रोड पर तो भारी वाहन भी खुलेआम चलते नज़र आए।
एसपी ट्रैफिक – रामानन्द कुशवाहा का कहना है कि कुछ बसें और ट्रक आदि जो शहर ही में खड़े थे, उन्हें शहर के बाहर भेजा जा रहा है। शनिवार से ऑटो चालकों पर भी सख्ती की जा रही है। जाम से बचने के लिए लोगों से अपील है कि वे वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करें।
सुरेंद्र भाटी गौतम बुद्ध नगर। जिले के थाना सूरजपुर क्षेत्र के गांव खोदना खुर्द में रहने वाले एक व्यक्ति को 58 गायों को जहर देकर मारने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी व्यक्ति एक डेयरी में काम करता था। नौकरी से निकाले जाने पर गुस्से में उसने पानी में जहर मिलाकर गोवंश की हत्या कर दी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गांव खोदना खुर्द में रहने वाले ओमवीर नागर दूध का व्यवसाय है। उन्होंने अपनी डेयरी में गाय पाल रखी है। 5 दिनों की अवधि में ओमवीर नागर की 58 गाय, संदिग्ध अवस्था में मर गईं। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की। पशु चिकित्सकों की टीम को बुलाकर जांच करवाया तो पता चला कि गायों की मौत जहर खाने से हुई है।
मामले की जांच कर रही पुलिस टीम ने शनिवार को ओमवीर नागर के पुराने नौकर धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि धर्मेंद्र नशे का आदी है, जिसकी वजह से उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। इसी बात से गुस्से में आकर उसने गायों को पानी पिलाने वाली हौदी में जहर मिला दिया, जिसकी वजह से जहर मिला पानी पीने से गायों की मौत हो गई।
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