औषधीय गुणों से भरपूर होता है गन्ना, फायदे
गन्ना औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसलिए इसके रस का सेवन आपको आपके शरीर को कई प्रकार से फायदेमंद है। वैसे तो गर्मी आते ही बाजार में कई प्रकार के रस उपलब्ध होते हैं। लेकिन अगर आप गन्ने का रस का सेवन करेंगे तो निश्चित ही आपको कई बीमारियों से भी छुटकारा मिल जाएगा। यह बात हम नहीं कह रहे यह बात प्राचीन काल से ही मानी जा रही है।
आपको बता दें कि गन्ने का रस पीलिया, अपचन, त्वचा, मूत्र सहित अन्य रोगों के उपचार में काफी लाभदायक है। आज हम आपको गन्ने के रस के फायदे बतायंगे। जिनके बारे में शायद आपको मालूम नहीं हो।
लीवर के लिए फायदेमंद:
गन्ने का रस आपका लिवर सिस्टम मजबूत होता है और पीलिया के लिए भी काफी फायदेमंद रहता है। गन्ने का जूस पीने से पीलिया में बहुत जल्दी फायदा होता है। लिवर की कार्यप्रणाली में रूकावट होने के कारण पीलिया होता है। इसलिए गन्ने का रस पीने से लीवर अपना काम करने लगता है।
शुगर के मरीज पी सकते हैं गन्ना:
वैसे तो मधुमेह के मरीजों के लिए मीठी चीजों का सेवन प्रतिबंधित रहता है। लेकिन गन्ने का रस ऐसा पेय है।जिसे मधुमेह से पीड़ित लोग भी पी सकते हैं। क्योंकि गन्ने के रस में आइसोमाल्टोज होता है। आइसोमाल्टोज में ग्लाइसेमिक की कमी होती है। जिसका उपयोग मधुमेह से पीड़ित मरीज भी कर सकते हैं।
वजन को करता है नियंत्रित:
गन्ने का रस वजन घटाने के लिए एक प्राकृतिक नुस्खा है। एक शोध के अनुसार गन्ना फाइबर युक्त होता है और वह वजन कम करने के साथ लिपिड को भी कंट्रोल करता है। यह ग्लूकोस को तोड़कर ऊर्जा बनाने में सहायक है और इसका खाली पेट सेवन करने से कई फायदे होते हैं।
इम्युनिटी सिस्टम करता बेहतर:
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में गन्ना काफी फायदेमंद है। गन्ने में हेपाटोप्रोटेक्टिव और एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। गन्ने का रस कई प्रकार के बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण से बचाने के साथ-साथ इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाने में मदद करता है।
टॉन्सिल्स मैं भी फायदेमंद:
गन्ने के रस के यूं तो कई फायदे हैं। यह गले की समस्या के लिए भी काफी बेहतर है। जिसको टॉन्सिल्स की परेशानी है, उन्हें गन्ने के जूस का सेवन करने से काफी फायदा होगा। क्योंकि जब टांसिल में सूजन आ जाती है तो वह दर्द ओर तकलीफ का कारण बनता है, गन्ने का जूस खराब गला, जुकाम और फ्लू जैसी समस्याएं भी ठीक होती है।
घाव भरने में भी लाभदायक:
गन्ने का जूस का सेवन करने से शरीर पर हुए घाव भी जल्दी भर आते हैं। घाव को ठीक करने के लिए गन्ने से बनी शक्कर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। क्योंकि उस शक्कर में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। जो घाव को ठीक करने में काफी मददगार होंगे।
यूरीन समस्या के लिए फायदेमंद:
गन्ने के रस से यूरिन से संबंधित समस्याओं से भी निजात मिलती है। यूरिन करते समय दर्द, जलन या असहज होना, मूत्र मार्ग में किसी प्रकार का संक्रमण आदि से निजात पाने के लिए गन्ने के रस का सेवन किया जा सकता है।
नाखूनों के लिए फायदेमंद:
आपके नाखून रूखे बेजान और कमजोर हैं। तो उनके स्वास्थ्य के लिए गन्ने का रस काफी फायदेमंद होगा। क्योंकि गन्ने में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है। जो नाखून को मजबूत बनाता है।
मुहांसों के लिए भी बेहतर:
गन्ने का रस नाखूनों के लिए काफी फायदेमंद है। इस के जूस में अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड होता है। जो मुंहासों से निजात दिलाने में अहम भूमिका निभाता है।
बुखार में भी फायदेमंद:
बुखार किसी ना किसी प्रकार के संक्रमण के कारण होता है। अगर बुखार है तो उस दौरान भी गन्ने का रस पिया जा सकता है। क्योंकि यह संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया वायरस को खत्म करने का काम करता है। ऐसे में इस का जूस पीने से बुखार को कम करने में काफी मदद मिलती है।
कैन्सर:
गन्ने के रस में ट्रायसिन नामक एक फ्लेवोन पाया जाता है। जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों से युक्त होता है। एंटी प्रोलाइफरेटिव के कारण गन्ने का जूस कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोकता है। ऐसे में गन्ने का रस का सेवन करने से यह कैंसर के रोग से भी बचाता है।
ऊर्जा का स्रोत:
गन्ने के रस में कार्बोहाइड्रेट होता है। जिस कारण इसके सेवन से व्यक्ति को काफी देर तक ऊर्जा मिलती है। व्यायाम करने के बाद शरीर को फिर से हाइड्रेट करने और तरोताजा करने के लिए गन्ने का रस भी काफी बेहतर माना गया है।
अधिक मात्रा में होता हैं सेब में फाइबर, फायदें
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। सेब में उपयोगी एंटीऑक्सिडेंट, फ्लैनोनोड्स और फाइबर बहुत अधिक मात्रा में होते है। सेब में पॉलिफेलोल अच्छी मात्रा में होते है। जो कि सेब के गूदे और छिलके दोनों में पाया जाता है। यह एंटीआक्सीडेंट के रूप में काम करता है। सूखे सेब को दुनिया भर में खाया जाता है। सूखे सेब को काटकर इसका पूरा पानी निकालकर इसे सूखाया जाता है।
सूखे सेब में कई विटामिन और पोषक तत्व पाए जाते हैं। सेहत के लिए भी सूखे सेब काफी फायदेमंद माना जाता है। इसे लोग स्नैक्स के रूप में खाते हैं। सूखे सेब में विटामिन ए और सी होते हैं। ये विटामिन आपकी हड्डियों और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन बी-6 भी होता है जो कि मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के साथ न्यूरॉन्स के काम काज को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसी तरह सूखे सेब खाने के फायदे कई हैं। आइए जानते हैं सूखे सेब खाने के फायदे के बारे में।
सूखे सेब खाने के फायदे
सूखे सेब में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। इसमें फैट की मात्रा भी न के बराबर होती है। फाइबर मेटाबोलिज्म को ठीक करता है और तेजी से फैट पचाकर वजन घटाने में मददगार है। आयरन और पोटेशियम दोनों ही हमारे ब्लड सेल्स को हेल्दी रखने में मददगार हैं। सूखे सेब आयरन से भरपूर होते हैं। ये रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने और शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद करते हैं तो, पोटेशियम ब्लड सेल्स को हेल्दी रखता है और उनकी चौड़ाई बढ़ाने में मदद करता है। इससे ब्लड आराम से सर्कुलेट होता है और शरीर के हर अंग तक पहुंचाता है। साथ ही पोटेशियम न्यूरॉन्स और मस्तिष्क गतिविधियों को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। तो, इस तरह से दोनों ही शरीर को हेल्दी रखने में मददगार हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने में सूखे सेब मददगार होते हैं। इनमें विटामिन सी होता है जो कि शरीर को संक्रामक बीमारियों से बचाता है। ये इम्यून सेल्स को मजबूत करता है और शरीर को मौसमी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। साथ ही सूखे सेब एंटीऑक्सिडेंट का एक अच्छा स्रोत होते हैं। ये ऐसे पदार्थ हैं जो फाइन रेडिकल्स के कारण आपकी कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से लड़ने में मदद करते हैं।
सूखे सेब में विटामिन बी होते हैं जो हार्मोन, मस्तिष्क और ऊर्जा के लिए अच्छे होते हैं। पर सबसे ज्यादा फायदा हमारे होर्मोनल हेल्थ को होता है। ये विटामिन बी 5 और विटामिन बी 6 से भरपूर है जो कि हार्मोनल संतुलन में सुधार करता है। सूखे सेब खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है। इसमें विटामिन, खनिज और फाइबर का एक बड़ा स्रोत है। अघुलनशील फाइबर आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
हैरतअंगेज: 70 साल की उम्र में मां बनीं महिला
अहमदाबाद। 20 अक्टूबर को 70 साल की उम्र में अगर कोई महिला मां बने, तो इसे आप क्या कहेंगे ? गुजरात के कच्छ में ऐसा ही हुआ है। 70 वर्षीय जीवूबेन राबरी ने शादी के 45 साल बाद एक बेटे को जन्म दिया है। जीवूबेन का तो दावा है कि वह किसी बच्चे को जन्म देने वाली दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला हैं।
महिला का कहना है कि वह 70 साल की उम्र में पहली बार मां बनी हैं। जीवनबेन राबरी और उनके पति मालधारी (75) ने गर्व के साथ अपना बेटा पत्रकारों को दिखाया। दंपती ने बताया कि बच्चे का जन्म आइवीएफ तकनीक से हुआ है। राबरी और मालधारी गुजरात के एक छोटे से गांव मोरा के रहने वाले हैं। राबरी ने कहा कि उनके पास कोई पहचानपत्र नहीं है, लेकिन उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उनकी उम्र 70 साल है।
इस सिलसिले में जानकारी देते हुए डॉ. नरेश भानुशाली ने बताया कि यहां आए दंपति की उम्र काफी ज्यादा है।इनको बच्चा होने की कोई उम्मीद नहीं थी। पहले हमने इनसे कहा था कि इस उम्र में बच्चा नहीं हो सकता। लेकिन इन लोगों को भगवान और डॉक्टर पर बहुत भरोसा था। डॉ. नरेश भानुशाली ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि इस दंपति ने कहा कि हमारे परिवार के अन्य लोगों को बड़ी उम्र में परिणाम प्राप्त हुआ है। इन लोगों ने कहा कि आप अपनी तरफ से कोशिश करें, फिर हमारी किस्मत। बुजुर्ग महिला ने टेस्ट ट्यूब बेबी से बच्चे को जन्म दिया है।
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