शतरंज टूर्नामेंट में लगातार दूसरी जीत दर्ज की
मोहम्मद रियाज
रीगा। भारतीय ग्रैंडमास्टर पी हरिकृष्णा ने खराब शुरुआत से उबरते हुए यहां फिडे ग्रैंड स्विस शतरंज टूर्नामेंट में लगातार दूसरी जीत दर्ज की। जिससे चौथे दौर के बाद उनके 2.5 अंक हैं। भारत के तीसरे नंबर के खिलाड़ी हरिकृष्णा ने शनिवार को देर रात आर्मेनिया के सर्जेई मोवसेसियान को 56 चाल में हराया। वह खिलाड़ियों के उस समूह का हिस्सा हैं जिसके 2.5 अंक हैं। इसमें ग्रैंडमास्टर डी गुकेश और के शशिकिरण भी शामिल हैं। चौथे दौर में जीत दर्ज करने वाले एकमात्र भारतीय पुरुष खिलाड़ी सातवें वरीय हरिकृष्णा रहे। आर वैशाली महिलाओं के वर्ग में जीत दर्ज करने वाली एकमात्र भारतीय रहीं। फॉर्म में चल रहे निहाल सरीन ने पावेल पोनक्रातोव को बराबरी पर रोका। युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रग्नानंदा को लगातार तीन ड्रॉ के बाद सैमुअल सेवियन के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा।
टी-20 विश्व कप मुकाबले में उपलब्ध रहेंगे मार्टिन
मोमिन मलिक
दुबई। न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने फिटनेस हासिल कर ली है और वह भारत के खिलाफ यहां रविवार को होने वाले टी-20 विश्व कप मुकाबले में चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। गुप्टिल को पाकिस्तान के खिलाफ न्यूजीलैंड की हार के दौरान बायें पैर के अंगूठे में चोट लगी थी। न्यूजीलैंड की मीडिया ने राष्ट्रीय टीम के कोच गैरी स्टीड के हवाले से कहा, ”उसने (गुप्टिल) कल ट्रेनिंग की और वह आज रात दोबारा ट्रेनिंग कर रहा है।इसलिए यह देखकर अच्छा लगा कि वह उपलब्ध और चयन के लिए फिट है।” स्टीड ने साथ ही कहा कि एडम मिल्ने भी भारत के खिलाफ अंतिम एकादश का हिस्सा हो सकते हैं।
मिल्ने को तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्युसन के चोटिल होने पर उनके विकल्प के तौर पर टीम में शामिल करने की स्वीकृति मिली है। भारत और न्यूजीलैंड दोनों को टी20 विश्व कप में पहली जीत का इंतजार है। दोनों को अपने शरुआती मुकाबलों में पाकिस्तान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।
सर्दियों में फायदेमंद होती हैं मूंगफली
सर्दियों में मूंगफली खाना किसे पसंद नहीं होता है। ये स्वाद के साथ ही आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत खास है। मूंगफली में पॉलीफेनोल, एंटी-ऑक्सीडेंट, मिनरल्स, बायोटिन, फोलेट, विटामिन ई, मैंगनीज, मैग्नीशियम भी पाए जाते हैं। इसमें कई पोषक तत्व होते हैं। जिससे त्वचा और बालों सुंदर हो जाते हैं।
कब्ज दूर करें।
यदि आपको कब्ज की समस्या रहती है तो हर रोज एक हफ्ते तक 100 ग्राम मूंगफली खाइए। ऐसा करने से मूंगफली में तत्व आपकी पेट से जुड़ी तमाम समस्याओं में राहत देंगे। इसके नियमित सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।
शरीर को ताकत दें।
जिस तरह बादाम और अंडे का सेवन शरीर को ताकत देता है, उसी प्रकार मूंगफली खाने से आपके शरीर को ताकत मिलती है। इसके अलावा ये पाचन क्रिया को भी बेहतर रखने में मददगार है। सर्दियों में इसका सेवन करना आपके लिए अच्छा रहेगा।
वजन कम करने में मिलती है मदद।
मूंगफली का सेवन वजन कम करने में भी काफी मदद कर सकता है। दरअसल, इसे खाने के बाद काफी देर तक भूख नहीं लगती है, जिसकी वजह से आप खाना कम खाते हैं। इससे वजन कम करने में मदद मिल सकती है। अगर आपको वजन कम करना है तो रोजाना मूंगफली का सेवन करें।
सर्दी-जुकाम में फायदेमंद।
मूंगफली का सेवन सर्दी-जुकाम में बहुत लाभदायक होता है। चूंकि इसकी तासीर गर्म होती है, ऐसे में अगर आप सर्दियों के मौसम में इसका सेवन करेंगे तो इससे आपका शरीर गर्म रहेगा और सर्दी-जुकाम की समस्या में जल्द राहत मिलेगी।
जाते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। दरअसल, गुड कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर आपके हृदय के लिए फायदेमंद होता है। एंटीऑक्सीडेंट्स और मिनरल्स से भरपूर होने की वजह से स्ट्रोक और दिल संबंधी समस्याओं के खतरे को कम करती है।
इसके सेवन डायबिटीज में भी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद मिनरल्स ब्लड शुगर को संतुलित रखने में मदद करते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, मूंगफली का सेवन डायबिटीज के खतरे को 21 फीसदी तक कम कर सकता है।
मूंगफली में मौजूद ट्रिप्टोफेन डिप्रेशन की समस्या को भी दूर करता है। इसमें काफी मात्रा में फोलिक एसिड मौजूद होता है, जो महिलाओं में फर्टिलिटी को बेहतर बनाता है। इसके अलावा शिशु के स्वास्थ्य को भी बेहतर करता है।अगर आप प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में है, तो आज से ही मूंगफली खाना शुरू कर दें।
इससे शिशु की सेहत अच्छी बनी रहेगी। जो महिलाएं प्रेग्नेंसी से पहले और प्रेग्नेंसी के दौरान कम से कम 400 ग्राम मूंगफली का सेवन करती हैं, उनके बच्चों में पैदाइश के समय किसी तरह की कमी नहीं होती है। इसके अलावा शिशु में अस्थमा होने का खतरा भी कम होता है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया
आबुधाबी। अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान असगर अफगान, जो इस टी20 विश्वकप दल का अहम हिस्सा भी है। उसने नामीबिया के खिलाफ रविवार को होने वाले मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया हैं। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने इसे स्वीकार भी कर लिया है और उनके फैसले का सम्मान किया है। 33 वर्षीय इस खिलाड़ी को अफगानिस्तान की स्कॉटलैंड पर 130 रन की जीत वाले मैच में बल्लेबाजी करने का मौक़ा नहीं मिला था। जबकि पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने केवल 10 रन बनाए थे, उस मैच में अफगानिस्तान को हार का सामना करना पड़ा था। असगर का वह 74वां टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला था, उन्होंने इस प्रारूप में 21.79 के औसत और 110.37 के स्ट्राइक रेट से 1351 रन बनाए हैं।
असगर के अंतर्राष्ट्रीय करियर का आगाज 2009 में स्कॉटलैंड के ख़िलाफ़ वनडे मैच से हुआ था। असग़र ने 114 वनडे में 24.73 के औसत और 66.77 के स्ट्राइक रेट से 2424 रन बनाए हैं। अफगानिस्तान के पहले टेस्ट मैच में कप्तानी का जिम्मा असगर के ही कंधों पर था, भारत के खिलाफ ये टेस्ट मैच 2018 में बेंगलुरु में खेला गया था। असग़र ने छह टेस्ट में 44 की औसत से 440 रन बनाए हैं।
असगर को एक बल्लेबाज़ से ज़्यादा बेहतर कप्तान के तौर पर जाना जाता है। उनके नाम आज भी टी20 अंतर्राष्ट्रीय में बतौर कप्तान सबसे ज़्यादा जीत का रिकॉर्ड है। उन्होंने 52 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अफगानिस्तान की कप्तानी की है और इस दौरान उन्होंने 42 में टीम को जीत दिलाई है। जबकि इस फेहरिस्त में भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी 41 जीतों के साथ असगर के बाद खड़े हैं।
2019 में असगर से कप्तानी छीन ली गई थी और तब अफगानिस्तान बोर्ड ने अलग-अलग प्रारूप के अलग-अलग कप्तान बनाए थे। रहमत शाह को टेस्ट का कप्तान बनाया गया था, जबकि गुलबदीन नायब को वनडे और टी20 की कमान राशिद ख़ान के कंधों पर दी गई थी। हालांकि 2019 दिसंबर में एक बार फिर असग़र को सभी प्रारूपों का कप्तान नियुक्त किया गया था। लेकिन कुछ ही महीनों बाद एक बार फिर उनसे कप्तानी वापस ले ली गई थी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.