एक्ट्रेस के साथ छेड़खानी, आरोप में अरेस्ट किया
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। गाजियाबाद के एक कारोबारी को दिल्ली से मुंबई की फ्लाइट में एक एक्ट्रेस के साथ छेड़खानी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में 40 वर्षीय अभिनेत्री ने आरोप लगाया है कि वह 3 अक्टूबर को दिल्ली से मुंबई की यात्रा कर रही थी, तभी उसके साथ छेड़खानी की घटना हुई।
एक्ट्रेस के मुताबिक, जैसे ही उसका विमान छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल टर्मिनल पर उतरा, वह बैग निकालने के लिए ओवरहेड स्टोरेज खोलने के लिए उठी, इस दौरान उन्हें लगा कि किसी ने उन्हें गलत तरीके से छुआ है, इस पर एक्ट्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और केबिन क्रू में शिकायत भी दर्ज कराई।
केबिन क्रू ने एक्ट्रेस से मेल पर शिकायत देने को कहा। इसके बाद एक्ट्रेस ने वर्सोवा थाने में जाकर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराने की कोशिश की, जहां से उसे सहर एयरपोर्ट थाने जाने के लिए कहा गया।
एक्ट्रेस की नाराजगी को देखकर आरोपी ने उनसे माफी भी मांगी थी। इस बात की पुष्टि केबिन क्रू ने की है। प्लेन के क्रू ने एक्ट्रेस की मेल पर की गई शिकायत को सहर एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन भी भेज दिया। मामले में जांच शुरू हुई और पुलिस ने नितिन नाम के शख्स के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
इसके बाद सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार कर स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उसे तीन दिन की हिरासत में भेज दिया है। जांच से पता चला है कि आरोपी ने क्रू मेंबर का ध्यान भटकाने के लिए अपने नाम का गलत उच्चारण किया था, जिसने पहले अपना नाम राजीव बताया था।
शुरुआत में राजीव नाम के शख्स की तलाश की जा रही थी और फिर पुलिस टीम को उसके नाम पर शक हुआ तो एयरलाइंस ने सभी यात्रियों का रिकॉर्ड खंगाला। इस दौरान पता चला कि आरोपी का असली नाम नितिन है। पुलिस ने नितिन की तस्वीर अभिनेत्री को भेजी और उसकी पुष्टि के बाद नितिन को 14 अक्टूबर को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया।
कुछ घंटों की पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला है कि आरोपी का गाजियाबाद में बड़ा कारोबार है और वह इसी सिलसिले में मुंबई आता-जाता रहता है।
सब्जियों के भाव ने लोगों का जीना मुश्किल किया
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। आम जनता इन दिनों पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से परेशान है। ऊपर से अब सब्जियों के बढ़ते भाव ने आम लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। टमाटर के बढ़ते दामों के बाद अब प्याज की कीमतें भी रुलाने की तैयारी कर रही हैं। बीते एक महीने में थोक बाजार में प्याज कीमतें दोगुनी से अधिक हो गई हैं। वहीं, व्यापारियों का कहना है कि, इस बार त्योहारी सीजन में प्याज महंगी ही रहेगी और जनवरी से पहले इसकी कीमतों में राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
देश के प्याज उत्पादक कई इलाकों में भारी बारिश होने के चलते प्याज की गर्मियों की फसल को काफी नुकसान हुआ है और जाड़े के फसल की बुवाई में देरी हुई है। दरअसल, इसके पहले टमाटर की कीमतों के बहुत बढ़ने की खबर आई थी। कोलकाता में तो खुदरा बाजार में टमाटर 93 रुपये किलो के भाव तक पहुंच चुका है।
जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र लासलगांव में प्याज के थोक बाजारों के दामों में एक महीने में ही लगभग दोगुना बढ़कर 33,400 रुपये प्रति टन तक पहुंच गई है।मुंबई में प्याज के खुदरा दाम भी 50 रुपये प्रति किलो से ऊपर पहुँच गए है। खुदरा बाजार में प्याज 60 से 65 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है। प्याज का निर्यात अभी खुला हुआ है, कीमतें इसी तरह बढ़ती रहीं तो सरकार फिर एक्सपोर्ट पर रोक लगा सकती है।
50,000 रुपये की दर से मुआवजा देने का आदेश
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि बेमौसम बारिश की वजह से फसलों को पहुंची क्षति के लिए दिल्ली सरकार ने प्रभावित किसानों को प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये की दर से मुआवजा देने का आदेश दिया है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजस्व अधिकारी बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसलों का सर्वेक्षण कर रहे हैं और यह काम दो सप्ताह के भीतर पूरा हो जाएगा।
दो महीने के भीतर ही, प्रभावित किसानों को 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार किसानों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है और पूर्व में भी उसने किसानों को 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा दिया है, जो कि देश में सबसे ज्यादा है।
लखीमपुर खीरी हिंसा केस पर सुनवाई हुईं: एससी
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी हिंसा केस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना की बेंच ने स्टेटस रिपोर्ट मिलने में देरी होने पर यूपी सरकार को फटकारा। बेंच ने किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के मामले में गिरफ्तारियों पर नाराजगी जताई। बेंच ने कहा लगता है कि सरकार इस मामले में जांच से हाथ पीछे खींच रही है। उच्चतम न्यायालय ने प्रदेश सरकार को निर्देश दिया कि लखीमपुर खीरी मामले के शेष गवाहों के बयान न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराये। इस मामले में राज्य सरकार की कार्यशैली पर टिप्पणी करते हुये न्यायालय ने कहा कि उसे लगता है कि वह ‘इस मामले में बहुत धीमे काम कर रही’ है। शीर्ष अदालत तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों के एक प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले में सुनवाई कर रही थी।
न्यायालय को राज्य सरकार ने बताया कि न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 44 में से चार गवाहों के बयान दर्ज कर लिए है। प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने राज्य सरकार द्वारा सीलबंद लिफाफे में दाखिल स्थिति रिपोर्ट पर गौर किया। राज्य सरकार ने पीठ को बताया कि न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष गवाहों के बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया जारी है। शीर्ष अदालत ने मामले की आगे की सुनवाई के लिए 26 अक्टूबर की तिथि तय की है।
इस मामले में अब तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दो वकीलों ने प्रधान न्यायाधीश को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि इस मामले की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराई जाए, जिसमें केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो को भी शामिल किया जाए। इसके बाद शीर्ष अदालत ने मामले की सुनवाई शुरू की।
40 प्रतिशत महिला प्रत्याशी खड़ें करने का निर्णय
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी के उस निर्णय का मजाक उड़ाया जिसमें पार्टी ने उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत महिला प्रत्याशी खड़ें करने का निर्णय लिया है। तृणमूल ने उम्मीद जताई कि उसकी नीति की “नकल” कर कांग्रेस ने केवल “दिखावा” नहीं किया होगा।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को घोषणा की थी कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देगी। तृणमूल की ओर से ट्वीट किया गया, “ममता बनर्जी के नेतृत्व में, तृणमूल कांग्रेस ने वह रास्ता दिखाया जिसने देश की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का काम किया है।
हम पहली पार्टी थे जिसने लोकसभा चुनाव में महिलाओं को 40 प्रतिशत सीटें दीं।” पार्टी ने कहा, “ऐसे कठिन समय में, कांग्रेस इसी का अनुकरण करने का प्रयास कर रही है और हमें उम्मीद है कि यह केवल दिखावा नहीं होगा बल्कि असल में किया जाएगा। अगर वे इसे गंभीरता से लेते हैं तो उन्हें उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी 40 प्रतिशत सीटें महिलाओं को देनी चाहिए।
ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी की ओर से यह आलोचना ऐसे समय की गई है जब कांग्रेस और टीएमसी दोनों ही भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध विपक्ष की अगुवाई करने का प्रयास कर रही हैं। तृणमूल कांग्रेस के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी को राजनीति में महिला सशक्तिकरण पर तृणमूल से सीख लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “यह तृणमूल कांग्रेस है, जो कांग्रेस का अनुकरण करने की कोशिश कर रही है और हमारे नेताओं को अपने पाले में खींचने का प्रयास कर रही है।
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