तिरुवनंतपुरम। केरल के वायनाड में कांग्रेस को एक और झटका लगा जब जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष पीवी बालचंद्रन ने मंगलवार को पार्टी छोड़ दी और आरोप लगाया कि सबसे पुरानी पार्टी देश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उभार को रोकने में नाकाम रही है। वायनाड से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा सदस्य हैं।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) की कार्यकारी समिति के सदस्य बालचंद्रन ने पार्टी के साथ अपने 52 साल के लंबे संबंध को खत्म करते हुए कहा कि बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक दोनों समुदाय कांग्रेस से दूर जा रहे हैं और लोग उस पार्टी के साथ खड़े नहीं होंगे जिसने अपनी दिशा खो दी है। उन्होंने कांग्रेस के राज्य नेतृत्व की कार्यशैली की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि वे लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर स्पष्ट राजनीतिक रुख अपनाने में सक्षम नहीं हैं।
संवाददाता सम्मेलन में बालचंद्रन ने कहा कि पार्टी छोड़ने का उनका फैसला इस अहसास पर आधारित है कि पार्टी अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावना के अनुरूप काम नहीं कर पाएगी। वायनाड में कांग्रेस से कई नेताओं ने इस्तीफा दिया है और अब इनमें बालचंद्रन का नाम भी शुमार हो गया है।
पूर्व विधायक केसी रोसाकुट्टी, केपीसीसी सचिव एम एस विश्वनाथन और डीसीसी महासचिव अनिल कुमार ने इस साल अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़ दी थी। बालचंद्रन का पार्टी छोड़ने का फैसला कांग्रेस के मौजूदा नेतृत्व के लिए एक झटका है, जो केपीसीसी प्रमुख के सुधाकरन और विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन के कामकाज की शैली के विरोध में केपी अनिल कुमार और पीएस प्रशांत जैसे प्रमुख नेताओं के इस्तीफे से हिला हुआ है।
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