हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय अर्थात ईडी के राडार पर अब उत्तर प्रदेश की अलग.अलग जेलों में बंद चल रहे सपा नेता आजम खान, गैंगस्टर बसपा विधायक मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की संपत्तियां आ गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस के बाद अब मुख्तार और अतीक के खिलाफ ईडी की ओर से भी कार्यवाहियां तेज कर दी गई है।
परिवर्तन निदेशालय की ओर से गैंगस्टर से बसपा विधायक बने मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के अलावा पूर्व मंत्री आजम खान के खिलाफ पूर्व में मनी लांड्रिंग के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था। अब कोर्ट से ईड़ी को इन तीनों नेताओं को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की अनुमति मिल गई है। प्रवर्तन निदेशालय की टीम जल्द ही मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और पूर्व मंत्री आजम खान से पूछताछ कर सकती है। पूछताछ के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी इन तीनो ही नेताओं की आय और संपत्तियों के स्रोत का पता करेंगे। इन्होंने किस तरह अरबों रुपए का आर्थिक साम्राज्य खड़ा किया है। उनके कौन.कौन से कारोबार हैं।
आय के मुख्य स्रोत कौन.कौन से हैं। इस बारे में ईडी इनसे पूछताछ कर अब जानकारी जुटायेगी। दरअसल प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आजम खान, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की गई सिफारिश के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रयागराज एवं मऊ के स्थानीय प्रशासन ने अतीक अहमद एवं मुख्तार की अरबों रुपए की संपत्तियों को जब्त कर लिया है अथवा उनको जमींदोज करा दिया है। तीन दशकों के दौरान मुख्तार अंसारी और अतीक ने उत्तर प्रदेश के तकरीबन आधा दर्जन से ज्यादा शहरों के भीतर करोड़ों रुपए की भूमि की खरीद फरोख्त की थी।
साथ ही कई बेशकीमती सरकारी जमीनों पर कब्जा भी किया था। उधर सपा नेता एवं पूर्व मंत्री आजम खान पर किसानों की जमीन हड़पने का आरोप लगा है। आरोप है कि पूर्व मंत्री आजम खां के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर जिन जमीनों का अधिग्रहण किया गया था, उनमें से कई जमीने सरकारी हैं और यूनिवर्सिटी बनाने में सरकारी पैसे का इस्तेमाल किया गया है।
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