विजय भाटी
गौतमबुद्ध नगर। किसानों के भीतर सरकार और नोएडा विकास प्राधिकरण के खिलाफ भड़का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। गांव के बाहर स्थित बारात घर में इकट्ठा हुए 81 गांवों के किसानों ने सरकार और प्राधिकरण के खिलाफ हुंकार भरी। महिला किसानों ने हाईवे पर पहुंचते हुए मटके फोड़े और नोएडा प्राधिकरण की कार्यशैली पर गहरा रोष जताया। इस दौरान महिलाओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की।
मंगलवार को नोएडा के हरौला गांव में स्थित बारात घर में इलाके के 81 गांव के किसान पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक इकट्ठा हुए। इन किसानों में महिलाओं एवं युवाओं की अच्छी-खासी तादाद रही। अपनी 4 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर उतरे किसानों में शामिल महिलाओं ने हाईवे पर पहुंचते हुए सरकार और प्राधिकरण के खिलाफ मटका फोड़ प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए प्राधिकरण की कार्यवाही पर अपना विरोध दर्ज कराया। किसानों ने हरौला गांव के बारात घर से मटका फोड़ आंदोलन निकाला।
किसान सेक्टर 5 हरौला बारातघर से प्राधिकरण की ओर मटके लेकर बढ़ रहे थे। हालांकि प्रदर्शन के मददेनजर पुलिस पहले से मुस्तैद थी और किसानों को प्राधिकरण पर पहुचने से पहले हाइवे पर सेक्टर 6 चौराहे पर ही रोक लिया। किसानों ने सेक्टर 6 चौराहे पर ही प्राधिकरण के खिलाफ मटका फोड़ा। बता दें की इन किसानों की चार मुख्य मांगे हैं पहली मांग है कि गांव में नक्शा नीति लागू ना की जाए। प्रत्येक किसान को 10ः का प्लाट दिया जाए, सभी किसानों को 64ः मुआवजा दिया जाए। गांव में कमर्शियल एक्टिविटी बन्द न कि जाए और गांव में किसी भी इमारत को अवैध बताकर ना थोड़ा जाए। इन चार मुख्य मांगों को लेकर किसान लगातार सड़कों पर उतरा हुआ है और अपनी मांगों को लेकर काफी लंबे समय से नोएडा प्राधिकरण पर प्रदर्शन भी कर रहा है। आज उन्होंने मटका फोड़ आंदोलन भी किया है। किसानों का कहना है किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन पुलिस आधी रात को,खाना खाते वक्त और बीच दुपहरी में कभी भी किसानों को घर से गिरफ्तार करके ले जाते हैं, वहीं किसानों के समर्थन में कांग्रेस और सपा कार्यकर्ता भी पहुँचे कांग्रेस नेता अनिल यादव ने बताया कि किसानों के प्रदर्शन को कांग्रेस पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता समर्थन कर रहे है, मैं आंदोलन में हिस्सा लेने के कारण 9 दिन के लिए जेल भी गया, जब तक किसनो के मांगो को नहीं माना जाता कांग्रेस किसानों के साथ प्रदर्शन में कंधा से कंधा मिला के खड़ी रहेगी।
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