हरिओम उपाध्याय
बलिया। पुलिस अधीक्षक ने वेतन बढ़ाने के साथ ड्यूटी का समय 8 घंटे निर्धारित किए जाने की मांग कर रहे सिपाही की बात को अनुशासनहीनता मानते हुए सिपाही को बर्खास्त कर दिया। पुलिस अधीक्षक की इस कार्यवाही से महकमे में खलबली मची हुई है। बर्खास्त हुए सिपाही ने अपनी मांगों को सोशल मीडिया के माध्यम से भी पुरजोर तरीके से उठाया था।
बलिया के पुलिस अधीक्षक राजकरण नैयर ने पुलिस लाइन में तैनात सिपाही रवि यादव को अनुशासनहीनता के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। पुलिस अधीक्षक ने बर्खास्तगी आदेशों में लिखा है कि आरोपी सिपाही पुलिस कर्मियों को वेतन बढ़ाने 8 घंटे से अधिक के समय की ड्यूटी न करने तथा बॉर्डर स्कीम को खत्म करने की बात करते हुए उन्हें उकसाने, बरगलाने एवं गोलबंद करने का प्रयास कर रहा था। उच्चाधिकारियों के विरोध में सिपाही द्वारा अभद्र टिप्पणी की गई थी और चंदा संकलित कराने व पुलिस बल में असंतोष की भावना पैदा करने का प्रयास किया गया है। बर्खास्तगी आदेश में यह भी आरोप सिपाही के ऊपर लगा है कि उसने अपनी बातों को सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया है, जिसका दुष्प्रभाव पुलिस के अनुशासन पर पड़ा है। आरोपी सिपाही ने इस बात को स्वीकार भी कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि पुलिस बल में अनुशासन बनाए रखने के लिए आरोपी आरक्षी को अनिवार्य रूप से सेवा से पृथक किया जाना उपयुक्त है। इस संबंध में एसपी राजकरण नैयर का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर कांस्टेबल रवि यादव को बर्खास्त किया गया है। उधर विभागीय सूत्रों के सूत्रों ने बताया है कि उक्त सिपाही गृह मंत्री अमित शाह के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी का समय 8 घंटे निर्धारित किए जाने और बॉर्डर स्कीम को समाप्त करने आदि की मांग कर चुका है।
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