पंकज कपूर
रूद्रपुर। कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच उत्तराखंड में आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव के लिये कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के आह्वान पर खटीमा से परिवर्तन यात्रा को लेकर कांग्रेस ने रूट प्लान जारी कर दिया है। वहीं परिवर्तन यात्रा के आयोजन के लिये कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने अपने क्षेत्रें में तैयारियां तेज कर दी है। परिवर्तन यात्रा का तीन सितंबर को खटीमा से आगाज होगा जबकि छह सितंबर को रुद्रपुर में विशाल जनसभा के साथ परिवर्तन यात्र का समापन होगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी कांग्रेस ने प्रचार अभियान के लिये कार्यक्रम की सूची जारी करते हुए बताया है कि चार दिन में ऊधमसिंह नगर व नैनीताल जिले की 13 विधानसभा क्षेत्रें में यात्र के जरिये आगामी 2022 के चुनाव में जनता से कांग्रेस की सरकार बनाने का आह्वान करेगी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सहित चार कार्यकारी अध्यक्ष व प्रदेशभर के दिग्गज भी कार्यकर्ताओं के साथ यात्रा में शामिल होंगे। तीन सितंबर को खटीमा स्थित शहीद स्मारक पर राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देने के बाद रामलीला मैदान में जनसभा का आयोजन किया जायेगा। उसके बाद यात्र नानकमत्ता विधानसभा क्षेत्र से होकर सितारगंज तक आएगी। चार सितंबर को किच्छा में जनसभा के बाद लालकुआं में स्वागत किया जाएगा। शाम पांच बजे हल्द्वानी रामलीला मैदान में सभी दिग्गज जुटेंगे। पांच सितंबर को हल्द्वानी से कालाढूंगी, रामनगर, जसपुर व काशीपुर विधानसभा क्षेत्र में यात्र पहुंचेगी। वहीं अंतिम दिन छह सितंबर को बाजपुर, गदरपुर होते हुए रुद्रपुर में विशाल जनसभा के साथ परिवर्तन यात्र का समापन होगा। उल्लेखनीय है कि वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री श्रीमती इंदिरा हृद्येश के निधन के बाद भाजपा से मुकाबले में 2022 का चुनाव कांग्रेस नेताओं के लिये बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। कुंमाऊ में इंदिरा हृद्येश के सहारे कांग्रेस की सियासी जमीन मजबूत हुई है। वहीं अब आगामी चुनाव में पूर्व सीएम एंव कांग्रेस के सबसे कद्दावर नेता हरीश रावत के साथ ही नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह की अग्निपरीक्षा होगी।
माना जा रहा है कि सत्तासीन भाजपा सरकार के नये मुखिया पुष्कर सिंह धामी की खटीमा विधानसभा क्षेत्र से परिवर्तन यात्रा का आगाज कर कांग्रेस पार्टी मैदानी जनपदों में अपनी पैठ जमाने की कोशिश करेगी और युवा और स्थानीय वोटबैक को खिसकने से रोकने के लिये स्थानीय नेताओं पर दांव खेल सकती है। वहीं कांग्रेस नेताओं द्वारा दावा किया जा रहा है कि प्रदेश में भाजपा सरकार की नाकामियों, विकास, महंगाई, बेरोजगारी आदि मुद्दों को लेकर कांग्रेस जनता के बीच जा रही को हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है।
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