शिलोंग। मेघालय के कोंगथोंग गांव, मध्य प्रदेश के लाड़पुरा और तेलंगाना के पोचमपल्ली गांव को भी यूनाइटेड नेशन्स वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन अवॉर्ड के लिए ‘बेस्ट टूरिज्म विलेज’ की कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया है। आज हम आपको देश के इन तीनों बेमिसाल गांवों के बारे में बताने जा रहे हैं। कोंगथोंग (मेघालय): कोंगथोंग, शिलांग से 60 किलोमीटर दूर दक्षिण में स्थित है और अपने प्राकृतिक सौंदर्य तथा विशिष्ट संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। कोंगथोंग ‘व्हिस्लिंग गांव’ (सीटी वाला गांव) के नाम से भी मशहूर है। क्योंकि यहां का हर बच्चा एक विशेष प्रकार की आवाज निकालता है। जो सुनने में सीटी जैसी लगती है।
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