अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। सम्राट मिहिर भोज की जाति को लेकर उत्पन्न हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्वालियर और मुरैना में सम्राट मिहिर भोज को अपनी अपनी जाति और वंश का बताते हुए गुर्जर और क्षत्रिय समाज के लोग एक दूसरे के सामने आ गए हैं। मुरैना में सड़क जाम करने के बाद बामनमोर में दर्जनभर से अधिक युवकों ने मुरैना व ग्वालियर के बीच चलने वाली बसों को रोककर उनके भीतर तोड़फोड़ की। जान बचाने के लिए बसों के भीतर बैठी सवारियां मदद के लिए चिल्लाने लगी। वर्ग संघर्ष की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने अगले 3 दिनों के लिए मुरैना में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं।
दरअसल सम्राट मिहिर भोज की उस दिन पहले ग्वालियर में एक प्रतिमा लगाई गई थी। इसके बाद मुरैना में भी सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा की स्थापना की गई। सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमाओं के नीचे लगे शिलापट में सम्राट मिहिर भोज को गुर्जर बताया गया है। इसी बात को लेकर गुर्जर और क्षत्रिय समाज के बीच विवाद उत्पन्न हो गया है। बृहस्पतिवार को दिन में एक जाति के लोगों ने मुरैना के एमएस रोड पर प्रदर्शन करते हुए जाम लगाया था। उन्होंने मांग उठाई थी कि सम्राट मिहिर भोज के शिलापट के नीचे जिस वर्ग का नाम लिखा गया है। वह गलत है। उसे हटाया जाना चाहिए। युवकों के हंगामे की जानकारी पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और प्रदर्शन कर रहे लोगों को डंडे फटकार कर खदेड़ दिया। बृहस्पतिवार की देर रात बामनमोर में ग्वालियर-मुरैना के बीच चल रही बसों में भी तोड़फोड़ की गई। बताया जा रहा है कि बसों के भीतर बैठी सवारियों ने मदद के लिए काफी गुहार लगाई थी, जिसके चलते आनन-फानन में पहुंची पुलिस ने बसों में तोड़फोड़ कर रहे लोगों को खदेड़ दिया था। इस घटना के बाद जिला मुरैना जिला प्रशासन ने आनन-फानन में एक आदेश निकालकर जिले के स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को 3 दिन के लिए बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। शुक्रवार से शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की जा रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.