हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध विधानसभा का चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने नया राजनीतिक दल बनाने की घोषणा की है। नई पार्टी के गठन के ऐलान के बाद ही पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के घर के बाहर पुलिस का पहरा लग गया है। पूर्व आईपीएस को एक बार फिर से घर में ही नजरबंद कर दिया गया है। पूर्व आईपीएस ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी है। अब उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से लिखित आदेश मांगते हुए कहा है कि यदि 1 घंटे के भीतर उन्हें लिखित आदेश नहीं मिलता है तो वह अपने पहले से प्रस्तावित अयोध्या में रामलला के दर्शन कर चुनावी प्रचार पर गोरखपुर के लिए निकल जाएंगे।
शुक्रवार को पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मेरी अयोध्या-गोरखपुर यात्रा के निकट आने और नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा करते ही मुझे फिर से नजरबंद कर दिया गया है। यह बडी ही अजीबोगरीब स्थिति है। ऐसा लग रहा है मानो कानून का नहीं बल्कि किसी व्यक्ति विशेष का राज हो। आखिर इतना डर क्यों सरकार?
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने बताया है कि वह एक नए राजनीतिक दल के गठन की घोषणा कर रहे हैं। उन्होंने वीडियो बयान जारी करते हुए कहा है कि तमाम सहयोगियों और शुभचिंतकों व जानकार लोगों से मिले सुझावों और चर्चा के बाद विचार विमर्श कर नए राजनीतिक दल के गठन का निर्णय लिया गया है। अमिताभ ठाकुर ने राजनीतिक दल का नाम अधिकार सेना प्रस्तावित करते हुए अपने सहयोगियों से पार्टी के उद्देश्य और स्वरूप के संबंध में सुझाव देने का निवेदन किया है।
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