हरिओम उपाध्याय
आगरा। पुलवामा हमले में वीरगति को प्राप्त हुए सीआरपीएफ के जवान कौशल किशोर रावत के परिवारजनों के दुख को साझा करने के लिए गांव पहुंचे राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा है कि योगी सरकार के इशारे पर जिस तरह से आगरा पुलिस द्वारा अपनी समस्याओं की बाबत सीएम से मिलने जा रहे पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए कौशल किशोर रावत के परिजनों को गिरफ्तार किया गया है। वह देश के सामने योगी सरकार की दमनकारी नीति का जीता जागता प्रमाण है।
मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने आगरा जनपद के कहरई गाँव में पहुंचकर पुलवामा में वीरगति को प्राप्त हुए सीआरपीएफ के जवान कौशल किशोर रावत की माताजी, पत्नी ममता रावत और पुत्र अभिषेक से मुलाकात कर उनके दुःख को साझा किया।
इस दौरान राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के इशारे पर जिस तरह से आगरा पुलिस द्वारा पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए कौशल किशोर रावत के परिजनों को गिरफ्तार किया गया है। वह देश के सामने सरकार की दमनकारी नीति को प्रमाणित करता है।
उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि सरकार द्वारा की गई घोषणाओं को पूरा करने की माँग को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना क्या कोई गुनाह है उत्तर प्रदेश में।
रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने कहा कि प्रशासन को सात दिन का समय दिया जाता है। शहीद के परिजनों की सभी माँगों पर सुनवाई कर उन्हें पूरा करे। राष्ट्रीय लोकदल का प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में भी महामहिम राज्यपाल से मुलाकात कर इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से अवगत कराएगा। उन्होंने कहा है कि यह शहीदों का बड़ा ही दुर्भाग्य है कि देश के लिए हंसते हंसते अपने प्राण न्यौछावर करने वाले एक शहीद के परिवार को अपनी जायज माँगों के लिए सरकार के सामने गिडगिडाते हुए उसके दरवाजे खटखटाने पड़ रहे है। इस मामले में मुख्यमंत्री की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह खुद कौशल किशोर रावत के घर जाकर परिजनों से मुलाकात कर उनकी माँगों पर विचार करते।
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