लेबनान की सीमा पर लगातार तीन दिन से हमले हो रहे हैं। लेबनान की सीमा पश्चिम एशिया में संघर्ष का एक प्रमुख स्थान है, जहां इजराइल और ईरान के बीच तनाव रहता है। ईरान हिजबुल्ला का समर्थन करता है। नसरल्ला ने 2006 के इजराइल-हिजबुल्ला युद्ध को खत्म होने की 15वीं वर्षगांठ पर टेलीविजन पर दिए भाषण में कहा, ''लेबनान पर इजराइली वायु सेना के किसी भी हवाई हमले का उचित तरीके से जवाब दिया जाएगा क्योंकि हम अपने देश की रक्षा करना चाहते हैं। यह कहकर गलत आकलन न करें कि हिजबुल्ला लेबनान की समस्याओं में व्यस्त है।'' हिजबुल्ला के नेता ने कहा कि रॉकेट दागना एक ''स्पष्ट संदेश'' था। उन्होंने कहा कि हिजबुल्ला ने खुले मैदान में 20 रॉकेट दागे क्योंकि इजराइल ने भी खुले मैदान में बृहस्पतिवार को हवाई हमले किए थे।
गौरतलब है कि लेबनान अपने आधुनिक इतिहास में अब तक के सबसे खराब आर्थिक और वित्तीय संकट से जूझ रहा है। इजराइल ने अनुमान जताया कि हिजबुल्ला के पास 130,000 से अधिक रॉकेट और मिसाइल हैं तथा वह देश में कहीं भी हमले करने में समर्थ है। नसरल्ला ने कहा, ''हम हमेशा कहते हैं कि हम युद्ध नहीं चाहते लेकिन हम इसके लिए तैयार हैं।'' हिजबुल्ला नेता ने अपने भाषण में उस न्यायाधीश की कड़ी आलोचना की जिसने बेरूत के एक बंदरगाह में पिछले साल हुए विस्फोट की जांच की थी जिसमें कई लोग मारे गए और कई जख्मी हुए। नसरल्ला ने कहा कि न्यायाधीश तारिक बितर का काम ''राजनीति'' से प्रेरित है।
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