राणा ओबराय
चंडीगढ़। डीज़ल बसों के बजाय चंडीगढ़ की सड़कों पर अब इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी।
चंडीगढ़ यूटी के प्रशासक वीपी सिंह बदनोर ने आज राज भवन से एक इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाई। परीक्षण के दौरान बस पीजीआई-मनीमाजरा वाया मध्य मार्ग रूट पर चलेगी। आम लोेगों के लिए सितंबर के प्रथम सप्ताह में यह बस चलेगी।
दो महीनों में बसों की संख्या बढ़कर 40 हो जाएगी। जबकि 40 और बसें अगले वर्ष खरीद ली जाएंगी क्योंकि भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्योग मंत्रालय ने फेम इंडिया स्कीम के दूसरे चरण में 80 बसों की मंजूरी दी हुई है। पहली 40 बसों के लिए मेसर्स अशोक ले लैंड से दस वर्षों के लिए करार किया जा चुका है। करार में बसों की चार्जिंग के लिए पर्याप्त मात्रा में चार्जर समेत ट्रांसफार्मर, बसों की देखरेख, चालक मुहैया कराने समेत अन्य बातें शामिल हैं।
वातानुकूलित बसों में 35 यात्री बैठकर और 20 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे। हर सीट पर मोबाईल चार्जिंग प्वाइंट की सुविधा होगी।
परिवहन विभाग की योजना चंडीगढ़ की 358 डीजल बसों को 2027-28 तक इलेक्ट्रिक बसों में तब्दील करने की योजना है।
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