कपकोट। बागेश्वर जिले में जिस दूसरी महिला को तीलू रौतेली पुरस्कार मिला है। वह हैं तहसील कपकोट के भराड़ी निवासी ममता मेहता। जिनका जीवन काफी अभावों से भरा रहा है। शादी के कुछ समय बाद ही वर्ष 2017 में उनके पति स्व. जमन सिंह का निधन सड़क हादसे में हो गया। जो चालक थे। पति के निधन के बाद ममता ने हिम्मत जुटाई और खुद को स्वरोजगार से जोड़ा। साथ में सामाजिक कार्यों से नाता जोड़ लिया और समाज को एक बड़ी प्रेरणा दे डाली।ममता ने भराड़ी बाजार में एमजे नाम से वर्ष 2018 में होटल की शुरुआत कर दी और उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत की और तीन अन्य लोगों को अपने होटल में रोजगार दिया।
इसके बाद उन्होंने अपने ही घर पर मशरूम उत्पादन का कार्य भी शुरू किया। इससे उन्होंने खुद की आमदनी तो बढ़ाई ही, साथ ही अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बनीं। उनके मशरूम उत्पादन को देखने के लिए बाहर से लोग भी आने लगे। उनकी कार्य क्षमता को देखते हुए उन्हें ग्राम्या द्वारा कपकोट यूनिट में फैसिलेटर बनाया गया।उनका 13 साल का बेटा शौर्य मेहता राजीव नवोदय विद्यालय में सातवीं का छात्र है। जिम्मेदारियों का अहसास हुआ और 2018 में वह ग्राम्या से जुड़ गईं। लीती, भनार, लाथी, चूचेर, मल्खाडूंर्चा, शामा, भनार आदि सुदूरवर्ती गांवों में मशरूम की खेती के लिए महिलाओं और पुरुषों को प्रेरित किया। वर्तमान में उनके साथ 30 महिलाएं और 30 पुरुषों का समूह जुड़ा हुआ है। इसके अलावा प्रवासियों को वह वर्तमान में मत्स्य पालन के लिए प्रेरित कर रही हैं। कोरोनाकाल में उन्होंने पांच हजार मास्क स्वयं बनाकर बांटे। 12 पर्यावरण मित्रों को स्वयं के खरीदकर राशन किट भी प्रदान किए। समाज सेवा करने का उनमें जज्बा है और वह कीवी, लिलियम आदि की खेती भी करा रही हैं। ममता ने कहा कि संघर्ष करने वाले कभी हार नहीं मानते हैं और वह इसी मंत्र के साथ अकेले आगे बढ़ रही हैं। उनकी इस उपलब्धि पर जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, विधायक बलवंत भौर्याल, चन्दन राम दास, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण,पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, ब्लॉक प्रमुख गोविंद दानू, नगर पंचायत अध्यक्ष गोविंद बिष्ट, जिलाधिकारी विनीत कुमार, मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, उप परियोजना अधिकारी ग्राम्या ललित रावत आदि ने बधाई दी है।
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