अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल यानी 15 अगस्त को अमृत महोत्सव मनाए जाना की योजना पूरे देश में अनेक-अनेक कार्यक्रमों के रूप में शुरू हो गई है। वहीं, शुक्रवार को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद द्वारा 'अमृत महोत्सव' कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह उत्सव का क्षण है। वे बोले, 'हम एक ऐतिहासिक क्षण (इस अगस्त 15 को) चिह्नित करेंगे। यह निश्चित रूप से उत्सव का क्षण है, वहीं, आत्मनिरीक्षण और नए संकल्प के लिए रूप में भी जरूरी।'
इससे पहले भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने स्वतंत्रता और फिट इंडिया मूवमेंट के 75 वें वर्ष पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाने के लिए सिक्किम के नाथू ला से सिलीगुड़ी तक 225 किलोमीटर की दूरी तक 7 दिवसीय साइकिल अभियान का आयोजन किया। ITBP की 48वीं बटालियन ने एक सप्ताह तक चलने वाले साइकिलिंग अभियान का आयोजन किया, जिसके दौरान टीम के सदस्य अन्य जागरूकता अभियानों के अलावा, चिकित्सा शिविर आयोजित करेंगे, दवाएं वितरित करेंगे, पौधे लगाएंगे और युवाओं के लिए करियर परामर्श में संलग्न होंगे। आईटीबीपी ने कहा कि साइकिलिंग अभियान का समापन 15 अगस्त को होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर मनाया जाने वाला अमृत महोत्सव केवल एक सरकारी कार्यक्रम बनकर नहीं रहना चाहिए बल्कि इसे जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाने के लिए जन सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। इसके अलावा पीएम ने पार्टी सांसदों से अपील की कि वे हर विधानसभा क्षेत्र में जाएं और 75 गांवों का दौरा करे और वहां 75 दिन बिताए तथा जनता के बीच डिजिटल साक्षरता को लेकर जागरूकता अभियान चलाए। जनता को बताएं कि सरकार सभी मुद्दों पर बहस के लिए तैयार है, लेकिन विपक्षी दल इससे भाग रहे हैं और हंगामा कर रहे हैं। बता दें कि इस बार का मानसूत्र सत्र हंगामों में निकल गया। बेशक इसमें कुछ बिल जरूर पास हुए, लेकिन अधिकतर समय कार्यवाही बाधित रही।
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