हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार किए जाने वाले कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन करने वालों का यहां रविवार को तांता लगा रहा। राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार को रात सवा नौ बजे लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे।
वह पिछले काफी समय से बीमार थे। कल्याण सिंह की पार्थिव देह लखनऊ के मॉल एवेन्यू स्थित उनके आवास पर रखी गई है, जहां बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती, डीप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित समेत अनेक नेताओं ने पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सिंह के अंतिम दर्शन के लिए रात से ही उनके आवास पर लोगों का तांता लगा रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के भी लखनऊ पहुंचने का कार्यक्रम है। कल्याण सिंह की पार्थिव देह को अलीगढ़ ले जाया जाएगा और 23 सितंबर को नरोरा में उनका अंतिम संस्कार होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुये प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उन्होंने 23 अगस्त को एक दिन के सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की हैं।
कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार 23 अगस्त को नरौरा में गंगा तट पर किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, राम विलास वेंदाती, विनय कटियार, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी तथा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
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