हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। राजधानी में लगे जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुन रहे मुख्यमंत्री के सामने जब एक ही शिकायत तीसरी बार आई तो सीएम का पारा चढ़ गया। अधिकारियों को फटकार लगाते हुए उन्होंने समस्या के तुरंत समाधान कराने के निर्देश दिए। सीएम के इस रूख को देखकर फरियादी गदगद हो उठे। दरअसल बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बाद पहली मर्तबा जनता दरबार में आए लोगों की समस्याओं को एक-एक करके सुन रहे थे। तभी एक फरियादी ने उनसे इस बात की शिकायत की कि पिछले दो बार से आ रहे हैं, यह तीसरी बार है। इस पर मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई। कहा भविष्य में इसकी पुनरावृति नहीं होनी चाहिए। जिस स्तर पर समस्या जाए उसका वहीं पर स्थाई हल दें।
जनता दरबार मे मुख्यमंत्री के सामने महिला से धोखे से शादी कर उसके साथ जबरिया धर्म परिवर्तन कराए जाने का भी मामला पहुंचा। रामगढ़ताल इलाके की रहने वाली महिला ने योगी को बताया कि तीन वर्ष पूर्व कोतवाली इलाके के नखास पर रहने वाले अमीरूल हक नाम के व्यक्ति ने धोखे से उससे कोर्ट मैरिज कर ली और फिर अब उसका जबरिया धर्म परिवर्तन कराना चाहता है। मुख्यमंत्री ने तत्काल अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।
इसके अलावा सउदी अरब में मृत व्यक्ति का शव वतन वापस जाने सहित, अधिकारियों द्वारा मामलों में सही रिपोर्ट न दिए जाने और अधिकांश जमीनी विवाद और पुलिस से जुड़े मामले पहुंचे। गंभीर बीमारियों का पैसों के अभाव में इलाज नहीं हो पाने के मामलों को भी सीएम ने गंभीरता से लिया। जनता दरबार में करीब आधा दर्जन ऐसे मामले आए। जिसके परिजन किसी न किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। लेकिन पैसों के अभाव में उनका इलाज नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री ने ऐसे मामलों में फरियादियों को अस्पताल से इलाज का इस्टिमेट बनवाकर देने को कहा है। उन्होंने कहा कि रुपयों को अभाव में किसी भी गरीब का इलाज नहीं रूकेगा। ऐसे सभी गरीबों का इलाज सरकार की ओर से कराया जाएगा।
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