अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को दोनों सदनों ने प्रख्यात अभिनेता दिलीप कुमार और महान धावक मिल्खा सिंह को श्रद्धांजलि दी। उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने दिलीप कुमार एवं मिल्खा सिंह के साथ साथ दिवंगत वर्तमान सदस्यों रघुनाथ महापात्र एवं राजीव सातव तथा दिवंगत 10 पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि दी।
सदस्यों ने दिवंगत लोगों के सम्मान में कुछ क्षणों का मौन रखा। नायडू ने यूसुफ सरवर खान उर्फ दिलीप कुमार के निधन का जिक्र करते हुए कहा कि उनका अभिनय सफर करीब पांच दशक लंबा रहा और उन्होंने करीब 65 फिल्मों में काम किया। उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘देवदास’, ‘नया दौर’, ‘मुगले आजम’, ‘गंगा जमुना’ आदि शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि ”ट्रेजडी किंग” के नाम से मशहूर दिलीप कुमार को कई सम्मान मिले, जिनमें अभिनय के लिए आठ फिल्म फेयर पुरस्कार शामिल है। उल्लेखनीय है कि दिलीप कुमार ने उच्च सदन में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया था। नायडू ने मिल्खा सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें बचपन में काफी प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा और देश के विभाजन के समय उनके माता-पिता की मृत्यु हो गयी थी और वह अनाथ हो गए।
उन्होंने कहा कि बाद में वह सेना में शामिल हुए और उनके जीवन में नया मोड़ आया। उन्हें 1956 में मेलबर्न ओलंपिक के लिए भारतीय दल में शामिल किया गया और उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। नायडू ने कहा कि ”फ्लाइंग सिख” के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह को कई सम्मान मिले।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी दिलीप कुमार और मिल्खा सिंह के निधन पर दुख जताया और दोनों हस्तियों के उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सदन दिलीप कुमार और मिल्ख सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करता है और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
लोकसभा अध्यक्ष ने सदन के दिवंगत 40 पूर्व सदस्यों को भी श्रद्धांजलि दी। सदस्यों ने इन दिवंगत लोगों के सम्मान में खड़े होकर कुछ समय तक मौन रखा। राज्यसभा ने अपने पूर्व सदस्यों एन एम कांबले, भगवती सिंह, बलिहारी बाबू, अजीत सिंह, मतंग सिंह, जितेंद्र भाई भट्ट, रामेंद्र कुमार यादव रवि, जगन्नाथ पहाड़िया व शांति पहाड़िया को भी श्रद्धांजलि दी।
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