तिरुवनंतपुरम। केरल उच्च न्यायालय ने ओलंपिक खिलाड़ी मयूखा जॉनी की मित्र के साथ हुए बलात्कार के आरोपों की जांच कर रहे अधिकारी से सोमवार को रिपोर्ट मांगी। जॉनी की मित्र ने आरोप लगाया है कि एक व्यक्ति ने उसका बलात्कार किया और उसकी नग्न तस्वीरें खींची तथा उसे ब्लैकमेल करने के लिए इन तस्वीरों का इस्तेमाल किया। पीड़िता के वकील ने आरोप लगाया कि जांच आगे नहीं बढ़ी है।
जबकि मामले में लोक अभियोजक ने तर्क दिया कि राज्य पुलिस प्रमुख के आदेश पर अपराध शाखा को हाल में जांच सौंपी गई, जिसके बाद न्यायमूर्ति शिरसी वी ने जांच अधिकारी को रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया। लोक अभियोजक ने कहा कि यह मामला अपराध शाखा को पांच जुलाई को सौंपा गया और उसने आठ जुलाई को जांच अपने हाथ में ली तथा पीड़िता, उसकी मां और 2016 में हुई घटना के बाद पीड़िता की जांच करने वाले चिकित्सक के बयान दर्ज करना शुरू किया। उन्होंने बताया कि अदालत ने अपराध से जुड़े कई मोबाइल फोन जब्त किए हैं और अपराध शाखा ने 18 जुलाई को मामले की जांच के लिए नए विशेष दल का गठन किया है।
अदालत ने लोक अभियोजक से इन सब बातों को रिपोर्ट में शामिल करने का निर्देश दिया। इस मामले में अब 30 जुलाई को आगे सुनवाई होगी। जॉनी ने पिछले साल एक संवाददाता सम्मेलन में इस मामले की जांच को लेकर केरल पुलिस और राज्य महिला आयोग की एक पूर्व अधिकारी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे।
उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी दोस्त के साथ चुंगथ जॉनसन नाम के एक व्यक्ति ने बलात्कार किया और उसकी नग्न तस्वीरें लेकर उनका इस्तेमाल उसे धमकाने के लिए किया। जॉनी ने आरोप लगाया था कि शुरुआत में सक्रियता से कदम उठाने वाली पुलिस बाद में आरोपी के पक्ष में उच्च स्तरीय प्रभावशाली लोगों के हस्तक्षेप के चलते निष्क्रिय हो गयी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी मित्र को धमकाया जा रहा है।
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