बांदा। जिले के सभी प्रधानों को डीएम ने चिट्ठी लिखी है। कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के पूर्व शंकाओं का समाधान कर अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराना है। ग्राम पंचायतों में जमीन की उपलब्धता के आधार पर खेल मैदान विकसित कराएं। साथ ही पर्यावरण की शुद्धता के लिए पीपल, बरगद व नीम के पौधों का रोपण हो। जिलाधिकारी ने आठ बिदुओं पर आधारित चिट्ठी में बीमारियों से बचाव सहित कई सुझाव दिए हैं। लिखा है कि ग्रामीणों को प्रेरित कर उनकी शंकाओं को दूर करते हुए अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराएं।
निगरानी समितियों के माध्यम से कोरोना महामारी के लक्षण बुखार, जुकाम, खांसी व सांस फूलना आदि से ग्रसित लक्षणों की पहचान कराकर कोरोना मेडिसिन किट का वितरण कराएं।ग्राम पंचायत की सभी गलियों, नालियों, मोहल्लों की साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन, फागिग कराकर ग्रामीणों को मास्क लगाकर सैनिटाइज को प्रेरित करें। खुले में शौचमुक्त बनाए रखने के लिए शौचालय विहीन परिवारों को गांव के सामुदायिक शौचालय का प्रयोग करें। जन्म, मृत्यु प्रमाणपत्र सहित अन्य योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए ग्राम पंचायत सचिवालय विकसित कर अपने जनसेवा केंद्र विकसित करें। गांव में दिशा सूचक बोर्ड लगाए जाएं। ग्राम पंचायतों में भूमि उपलब्धता के आधार पर खेल मैदान बनाए। नीम, बरगद, पीपल आदि के पौध रोपित करें।
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