ट्विटर की तर्ज पर फ़िल्म इंड्रस्टीज पर भी बने कठोर कानून
सत्यनारायण कथा फ़िल्म का विरोध - हिन्दू शक्ति सेवा संगठन
दुर्ग। हिन्दू शक्ति सेवा संगठन के द्वरा फ़िल्म इंड्रस्टीस पर नकेल कसने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें अश्लीलता, फूहड़ता, इतिहास से छेड़छाड़ कर हिन्दू संस्कृति को बदनाम करने वाले प्रत्येक फ़िल्म निर्माताओं पर कड़ी कार्यवाही व फिल्मों पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ साजिद नाडियाडवाला की आने वाली फिल्म सत्यनारायण कथा जो एक संगीतमय रोमांस पर बनने वाली फिल्म है। उसके ऊपर कड़ा विरोध करते हुवे ठोस कार्यवाही की मांग की गई है।
संगठन के संस्थापक तामेश तिवारी ने मीडिया से बात करते हुवे बताया कि अभी हाल ही में मुंबई के फ़िल्म निर्माता साजिद नाडियाडवाला के द्वरा संगीतमय रोमांटिक फिल्म बनाने जा रही है। जिसका नाम हिन्दू सभ्यता व संस्कृति का खुले आम मजाक उड़ाते हुवे उस फिल्म का नाम सत्यनारायण कथा रखा गया है।
जो शब्द हम हिन्दुओ के लिये पवित्र व मोक्षदायिनी है उन शब्दों का इस्तेमाल इनके जैसे अनेको फ़िल्म निर्माता साजिस के तहत हिन्दुओ को टारगेट कर हम हिन्दुओ के धर्म का मजाक उड़ाया जाता है।
यह सब साजिस के तहत ही किया जाता है अनेको फ़िल्म निर्माताओं के द्वरा देश विरोधी , इतिहास को तोड़मरोड़ कर देश के गद्दार को भी एक हीरो की तरह दिखाते है। आज फिल्मों के नाम पर नगण्यता परोसी जा रही है जिससे युवा ही नही देश के बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है ।
आज वर्तमान परिस्थितियों में देश को माहौल खराब करने में फ़िल्म इंड्रस्टीस का बहुत बड़ा हाथ है।
फ़िल्म इंड्रस्टीस की ज्यादातर फिल्में से अपराध व देश की संप्रभुता व अखंडता को तार तार करने वाली फिल्में बनती है। फ़िल्म जगत में दाऊद जैसे अंडरवर्ल्ड के लोगों के साथ साथ दूसरे देशों के लोग भी भारतीय सिनेमा में ब्लैक मनी को व्हाइट करते है। तिवारी ने कहा कि अश्लीलता के नाम पर जब ट्विटर पर कार्यवाही हो सकती है तो फ़िल्म जगत में अश्लीलता परोसने पर क्यों नही। कला का जन्म ही भारतीय संस्कृति की देन है और कला के नाम पर फुहड़ता करने वाले कभी कलाकार नही हो सकता ।
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