गुरुवार, 1 जुलाई 2021

भाजपा अध्यक्ष धनखड़ पर दबाव बनाने का प्रयास

राणा ओबराय
चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मंत्री संपत सिंह ने हाल ही में भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पद त्याग कर किसानों का हितैषी बनने और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ पर दबाव बनाने का प्रयास दिखता है। कभी देवीलाल के राज में संपतसिंह की तूती बोलती थी। जैसे ही सम्पत सिंह ने देवीलाल और चौटाला की पार्टी को छोड़ा और कांग्रेस में अपनी किस्मत आजमाने के लिए गए, तो मानो उनका राजनीति भविष्य धूमल होता चला गया। 
सम्पत सिंह ने फिर कांग्रेस छोड़ भाजपा पार्टी की सदस्यता ग्रहण करी। तब से लेकर अब तक भाजपा में भी वह शून्य के समान दिखाई देते हैं। अब जब भाजपा पार्टी के प्रदेशअध्यक्ष ओपी धनखड़ ने उनको प्रदेश कार्यकारणी जैसे महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति करके उनको मान सम्मान सौंपा तो उन्होंने किसान हितेषी होने का लाभ लेने के लिए और जनता में दिखावा करने के लिए प्रदेश कार्यकारिणी के पद को ठुकराकर ओपी धनखड़ और मुख्यमंत्री खट्टर पर दबाव बनाने का प्रयास किया। इस आधुनिक युग में ग्रामीण क्षेत्र अब न समझ औऱ भोला भाला नही रहा। सब समझते हैं कौन किसका हितेषी है।

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