कविता गर्ग
मुबंई। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का बुधवार सुबह निधन हो गया है। काफी समय से सांस लेने में हो रही दिक्कत की वजह से वह बार-बार अस्पताल में भर्ती हो रहे थे। दिलीप कुमार को 30 जून को हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद आज सुबह उनके निधन की खबर आई है। 98 साल के अभिनेता के निधन से पूरी फिल्म इंडस्ट्री दुखी है और देशभर के लोग सोशल मीडिया के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
बॉलीवुड स्टार्स से लेकर देश के बड़े राजनीतिक नेता दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। पीएम मोदी, राहुल गांधी, नीतिश कुमार समेत बड़े-बड़े नेता सोशल मीडिया के जरिए उनके निधन पर दुख व्यक्त कर रहे हैं।
दिलीप कुमार को सांस संबंधित शिकायत होने के बाद उनके फेफड़ों की जांच की गई। जिसमें प्लयूरल एफ्यूशन पाया गया। जिससे उनके फेफड़ों के आसपास तरल पदार्थ जमा हो जा रहा था और इसी के चलते वो ठीक से सांस नहीं ले पा रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका जाना हमारी सांस्कृतिक दुनिया के लिए एक क्षति है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो से फोन पर बात की है। प्रधानमंत्री ने इस गंभीर दुख की घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाया है। प्रधानमंत्री ने करीब दस मिनट तक शायरा बानो से बात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ”दिलीप कुमार जी को एक सिनेमाई किंवदंती के रूप में याद किया जाएगा। उन्हें अद्वितीय प्रतिभा का आशीर्वाद प्राप्त था। जिसके कारण पीढ़ियों के दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए थे। उनका जाना हमारी सांस्कृतिक दुनिया के लिए एक क्षति है। उनके परिवार, दोस्तों और असंख्य प्रशंसकों के प्रति संवेदना, श्रद्धांजलि।
मोहम्मद यूसुफ खान के रूप में जन्मे, दिलीप कुमार ने फिल्म ज्वार भाटा (1944) में एक अभिनेता के रूप में शुरुआत की। पांच दशक से अधिक के करियर में, कुमार ने 65 से अधिक फिल्मों में काम किया। उन्हें रोमांटिक अंदाज़ (1949), दमदार आन (1952), सामाजिक नाटक दाग (1952), नाटकीय देवदास (1955), हास्यपूर्ण आज़ाद (1955), महाकाव्य ऐतिहासिक मुगल- जैसी फिल्मों में भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। ई-आज़म (1960), सामाजिक डकैत अपराध नाटक गंगा जमुना (1961), और कॉमेडी राम और श्याम (1967)।
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