अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। धरती की ओर तेजी से बढ़ रहा सौर तूफान किसी भी वक्त पृथ्वी से टकरा सकता है। इससे पहले रविवार और सोमवार (11 से 12 जुलाई) के बीच इसके धरती से टकराने की भविष्यवाणी की गई थी। सूर्य की लपटों के कारण उपजा यह तूफान 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है।
वैज्ञानिकों को आशंका है कि इस तूफान के वायुमंडल से टकराने के कारण खासी हलचल हो सकती है। यह टक्कर सैटेलाइट सिग्नल को बाधित कर सकती है। इसका सीधा असर रेडियो सिग्नल, संचार और मौसम पर भी पड़ सकता है। यूं कहें कि ये तेज हवाएं पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर में जियोमैगनेटिक तूफान ला सकती हैं, जिससे मोबाइल, जीपीएस, सैटेलाइट टीवी, हवाई यात्राओं आदि पर असर पड़ सकता है। इतना ही नहीं यह तूफान पृथ्वी के मैगनेटिव फील्ड में आने वाले अंतरिक्ष पर भी अहम असर डाल सकता है। सूर्य के वातावरण में एक होल बन गया है, जिससे आवेशित कण और तेज गति वाली सौर हवाएं निकल रही हैं। तेजी से धरती की ओर बढ़ रहा यह तूफान आज ग्रह के कुछ हिस्सों में दस्तक दे सकता है। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा है कि 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही इन हवाओं की गति बढ़ भी सकती है।
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