मनोज सिंह ठाकुर
भोपाल। नगर निगम अतिक्रमण को बढ़ावा दे रहा है। सारे नियम कानून को ताक पर रखकर जनता के साथ बहुत अन्याय और अपराध हो रहे है। आने जाने वाले लोगों को पैदल चलने वा अपने टू व्हीलर फोर व्हीलर गाड़ियों को निकालने में अपने ही मोहल्ले से मेन रोड पर आने जाने में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
यह भ्रष्टाचारी है या नियम कानून को ताक पर रखने का रवैया या अनदेखी या मिलीभगत ऐसा मात्र सी सेक्टर शाहपुरा में ही नहीं और ऐसा अतिक्रमण खाली भोपाल के प्रतिष्ठित मार्केट में ही नहीं अनेक स्थानों पर भोपाल की जनता का ऐसा मानना है कि सब पक्षपात जातिवाद मिलीभगत और निजी स्वार्थ के लिए गोपनीयता भी भंग की जा रही है। नगर निगम की साख खराब होने के साथ-साथ भ्रष्टाचारी लापरवाही और मिलीभगत और लोगों के साथ अन्याय अपराध सड़कों पर ही अतिक्रमण करवाया जा रहा है। अतिक्रमण विभाग के संबंधित लोग पैदल चलने का आने जाने वाले सड़क को गोपनीयता के साथ बेच देते हैं। यह बात पर सीबीआई जांच पारदर्शिता के साथ नगर निगम को करवाना चाहिए ताकि किसी के साथ भी किसी भी प्रकार का अन्याय ना हो ऐसा माना जा रहा है कि बड़ी मछली छोटी मछली को खा जाती है।इसी प्रकार बड़े व्यापारी छोटे व्यापारियों से जरूरत से ज्यादा अन्याय कर रहे है। जिससे हमारे भोपाल प्रतिष्ठित स्थान की छवि खराब होने लगी है। जिनके पेट भरे हैं और जो बाहुबली है। जो बहुत ज्यादा उच्च स्तर पर गोपनीयता भ्रष्ट अधिकारियों से मिलकर अपना निजी स्वार्थ कर राजनीति कर रहे हैं और वरिष्ठ नेता को बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं पक्षपात जातिवाद और छोटे व्यापारियों के साथ अन्याय मात्र मुट्ठी भर इक्का-दुक्का अति करने वाले तानाशाह के चपेट में आने लगा है।
भोपाल प्रशासन को एवं नगर निगम वरिष्ठ अधिकारियों को राज्य पुलिस प्रशासन अपने संज्ञान में लेकर अविलंब उच्च स्तर की जांच करवाने की आज बहुत बड़ी आवश्यकता है।
व्यवस्था के नाम पर कागजों में ही चल रहा है अतिक्रमण गिनती के लोगों के साथ में विधिवत कार्यवाही की जाती है ऐसा नहीं है कि सारे लोग बहुत अच्छे से कार्य नहीं कर रहे हैं हम उन लोगों को धन्यवाद देते हैं जो राजधानी की गरिमा बनाए और साफ-सुथरी राजधानी में अपना योगदान दे रहे हैं बहुत बड़ी संख्या में हमारे पास आदर्श और ऊर्जावान योग लगन शील कार्य करने वाले अधिकारी कर्मचारी की बहुत बड़ी टीम है जिन्हें लोग निजी स्वार्थ के लिए बदनाम करने में अपना रोल अदा करते हैं और बुराई का ठीकरा नगर निगम के उच्च अधिकारी व उच्च कर्मचारियों के नाम जोड़ना चाहते हैं। इसकी उच्च स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों की टीम बनाकर पारदर्शिता के साथ अभिलंब जांच होनी चाहिए ताकि हमारे कर्मचारियों का सम्मान बढ़ सके और हमारे ईमानदार और सभ्य जनता और कर्मचारियों का नाम रोशन हो सके और शांति कायम रहे राजधानी और भोपाल के हित में कार्य हो शांति का टापू भोपाल और मध्य प्रदेश हमेशा बना रहे इसी शुभकामना के साथ नगर निगम के ऊर्जावान ईमानदार लोगों को धन्यवाद करता हूं।
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