अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। जानकार बता रहे हैं कि पेगासस के एक लायसेंस की कीमत $70 – 80 लाख (डॉलर) है।
और एक लाइसेंस का इस्तेमाल 50 फोनों की जासूसी के लिए किया जा सकता है।
अंदाज़ा लगाएं कि अगर कम से कम 2000 फोन की जासूसी भी की गई होगी तो कितने अरब डॉलर खर्च किए गए होंगे।
हां, डॉलर्स को रुपए में कन्वर्ट करना न भूलें।
ध्यान रखें इज़रायल की कम्पनी केवल सरकारों को यह जासूसी सॉफ्टवेयर बेचती है। व्यक्ति विशेष को नहीं!
रिपोर्ट्स के मुताबिक पेगासस स्पाइवेयर के निशाने पर 40 भारतीय पत्रकार, उनके फ़ोन टैप कर निगरानी रखी जा रही थी।
लीक हुए डेटा में हिंदुस्तान टाइम्स, इंडिया टुडे, नेटवर्क 18, द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस के पत्रकारों का नाम शामिल। ये सॉफ्टवेयर सिर्फ सरकारी एजेंसियों को ही मिलता है, जिससे हैकिंग की गई।
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