कानपुर के औद्येागिक क्षेत्र की 01 फैक्ट्री में भीषण आग, मौके पर फायर ब्रिगेड की दस गाड़ियांं
विवेक पंडित
कानपुर। पूरब के मैनचेस्टर के रूप में विख्यात कानपुर का हादसों तथा दुर्घटनाओं से पीछा नहीं छूट रहा है। कोरोना वायरस के कहर में भी यहां के औद्येागिक क्षेत्र में हादसे जारी है। रायपुर स्थित प्लास्टिक फैक्ट्री में गुरुवार देर रात शार्ट सर्किट से आग लग गई। फैक्ट्री में सिलिंडर विस्फोट होने के कारण आग और भी विकराल हो गई। जिले से छह व नगर से दो दमकल गाडिय़ां आग बुझाने में लगी हैं। सुबह 11 बजे के करीब आग पर काबू पाया जा सका। वहीं प्राथमिक स्तर पर आग से करोड़ों के नुकसान की संभावना जताई गई है। रायपुर में स्थित गणेश इकोस्फेयर प्रा. लि. फैक्ट्री में गुरुवार रात 3:30 बजे शार्ट सर्किट से आग लग गई। फैक्ट्री के अंदर आक्सीजन सिलिंडर फटने से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग पर नियंत्रण के लिए माती फायर स्टेशन से तीन, रसूलाबाद, मैथा, सिकंदरा से एक एक गाड़ी को मौके पर भेजा गया है, लेकिन इसके बाद भी आग पर काबू न होते देख कानपुर से भी दो गाडिय़ों को बुलाना पड़ा।
दमकल कर्मियों की कड़ी मशक्कत से करीब आठ घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक फैक्ट्री के दो प्लांट पूरी तरह से नष्ट हो गए। इसके साथ ही दीवारें व बीम तक फट कर नीचे गिर गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि फैक्ट्री में प्लास्टिक बोतल को गलाकर उससे धागा बनाया जाता था। प्राथमिक स्तर की जांच में आग से करोड़ों रुपये नुकसान का आकलन किया गया है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि प्लास्टिक फैक्ट्री होने के कारण आग तेजी से फैल गई। नियंत्रण के लिए नगर व देहात से आठ गाडिय़ां आग बुझाने में लगी रहीं। वहीं फैक्ट्री के अंदर ही पानी मिलने से भी काफी राहत मिली। उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही वास्तविक स्थिति का आकलन किया जा सकेगा।
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