अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ बैठक के बाद कहा कि भारत के लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है कि हम एक मेज पर बैठकर विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं। बैठक के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी ने कई ट्वीट के जरिए कहा कि उन्होंने राज्य के नेताओं से चर्चा में कहा कि सूबे के लोगों, खासकर युवावर्ग को राजनीतिक नेतृत्व देना है, जो उनकी आशा-अपेक्षाओं को पूरा कर सके। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत बनाना हमारी प्राथमिकता है।
हम चाहते हैं कि निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन का काम जल्द हो, ताकि वहां एक निर्वाचित सरकार की स्थापना हो सके। ऐसी सरकार जो विकास की गतिविधियों को तेजी से आगे ले जा सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज की बैठक जम्मू-कश्मीर को विकसित और प्रगतिशील बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह राज्य के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने की ओर एक कदम है।
वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभी नेताओं ने लोकतंत्र और संविधान के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास पर जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में बैठक हुई तथा नेताओं ने राज्य में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत बनाने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि बैठक में जम्मू-कश्मीर के आगामी रोड-मैप पर चर्चा हुई। विधानसभा के निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन की प्रक्रिया और शांतिपूर्ण चुनावों से होते हुए पूर्ण राज्य के दर्जे की बहाली के लक्ष्य तक पहुंचने पर चर्चा हुई।
शाह ने कहा कि संसद में जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का आश्वासन दिया गया है।
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