अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने देश में कोरोना वैक्सीन की नीति पर चिंता जताते हुए कहा है कि रोजाना बदल रहे वैक्सीनेशन के नियमों एवं वैक्सीन केंद्रों पर लटके तालों को देखकर कहीं से भी ऐसा नहीं लग रहा है कि केंद्र कोरोना को लेकर लोगों के स्वास्थय के प्रति गंभीर है और देशवासियों को जल्द ही वैक्सीन की दोनों खुराक के टीके लग जाएंगे। बुधवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि पिछले वर्ष लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई घोषणा के बाद देशवासियों को उम्मीद थी कि सभी लोगों को समय से कोरोना की दोनों डोज मिल जाएगी और सरकार सबके लिए मुफ्त वैक्सीन की नीति बनाएगी। लेकिन, केंद्र सरकार की ढुलमुल नीतियों की वजह से लोगों को समय से कोरोना से बचाव की वैक्सीन की दोनों खुराक मिलना कहीं से भी संभव नहीं लग रहा है। क्योंकि वैक्सीन के अभाव में वैक्सीन केंद्रों पर ताले लटके हुए हैं। एक ही देश में एक ही वैक्सीन के 3-3 दाम है। केंद्र सरकार की ढुलमुल वैक्सीनेशन नीति के चलते अभी तक देश की 3.4 प्रतिशत जनसंख्या का ही वैक्सीनेशन हो पाया है। केंद्र ने वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी से भागते हुए अपना भार राज्यों पर डाल दिया है। ऐसी दिशाहीन कोरोना वैक्सीन नीति से पता नहीं किस प्रकार सभी देशवासियों को कोरोना से बचाव की वैक्सीन मिल पाएगी।
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