कौशाम्बी। दो वर्ष पूर्व पूरामुफ्ती थाना से बलात्कार के आरोप में जेल गए मुजलिमों के नाम पर एफआईआर लगाने के लिए आरोपी के परिजन से पूरामुफ्ती थाना में तैनात एक हेड कांस्टेबल ने एक लाख पंचानबे हजार रुपए ले लिया था। अब जो चायल सर्किल के एक थाना में तैनात है। एक लाख पंचानबे हजार रुपए में नीचे से लेकर ऊपर तक के अफसरों ने मिलकर बंदरबाट किया है।
अब उक्त लोगों का जेल जाना तय हो गया है।
अवैध वसूली के प्रकरण को एडीजी प्रयागराज गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए क्षेत्राधिकारी चायल को निष्पक्ष जांच के लिए आदेश दे दिए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रिश्वतखोर सिपाही आलाधिकारियों को गुमराह कर रेपोस्टिंग कराने में भी कामयाब रहा और इसी थाना क्षेत्र के रहीमाबाद चौकी में कई वर्ष गुजारने के पश्चात फिर उसी थाना में तैनात है। जो नियम विरुद्ध है और तो और उक्त सिपाही पुलिस की ड्यूटी करते हुए अवैध वसूली की काली कमाई के दम पर साम्राज्य स्थापित करने में कामयाब रहा। प्रयागराज के राजरूपपुर और कौशाम्बी जनपद के रसूलाबाद उर्फ कोइलाहा में अवैध वसूली के दाम पर बेशकीमती जमीन खरीदने में भी कामयाब रहा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कौशाम्बी और प्रयागराज जनपद में कार्यकाल पूर्ण होने के पश्चात उच्चाधिकारियों ने इनका ट्रांसफर गैर जनपद कर दिया है। लेकिन फिर भी इस जनपद और थाना से मोहभंग नही हो रहा है। इस थाना और जनपद में उक्त सिपाही को क्या मिल गया है। जो इस जनपद और थाना से मोहभंग नही हो रहा है। यह जांच का विषय है।
राजकुमार
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.