लखनऊ। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने मंगलवार को कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भगवान बुद्ध के वाक्य और भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडकर के उद्देश्य ‘भवतु सब्ब मंगलम’ को सही मायने में पूरा कर रही है। लोकभवन में मंगलवार को भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र का वर्चुअल शिलान्यास किया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डा दिनेश शर्मा मौजूद थे।
राम नाथ कोविंद ने कहा कि भगवान बुद्ध के वाक्य ‘भवतु सब्ब मंगलम’ का आत्मसात करना लोकतंत्र में हर सरकार का दायित्व है जिसका अर्थ है प्रजा की भलाई। भगवान बुद्ध के विचारों से प्रभावित डा अंबेडकर के समता मूलक समाज की परिकल्पना को भाजपा की सरकारें पूरा कर रही है।उन्होने कहा कि डा अंबेडकर ने 93 साल पहले आज ही के दिन समता मूलक समाज की परिकल्पना के साथ ‘समता’ नामक समाचार पत्र का प्रकाशन आरंभ किया। उनका संपूर्ण जीवन समता मूलक समाज की रचना में ही व्यस्त रहा। समाज मूलक समाज के मूल शिल्पी बाबा साहब ने संविधान में भी समता का जिक्र किया। उनके दिलोदिमाग में समता और समरसता गुंजायमान थी।
राष्ट्रपति ने कहा कि समता मूलक समाज के उद्देश्य के साथ 93 साल पहले शुरू की गयी बाबा साहब की यात्रा के आज हम सब साक्षी बने है। लखनऊ को बाबा साहब की स्नेह भूमि भी कहा जाता है। उनका लखनऊ से विशेष लगाव था। भगंत बोधानंद जी से उन्होने दीक्षा ली थी जिनका निवास लखनऊ में था। इस नाते उनका लखनऊ में अक्सर आना होता था। केन्द्र सरकार बाबा साहब से जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ स्थल के तौर पर विकसित कर रही है जिसमें मध्यप्रदेश में महू, नागपुर में दीक्षा स्थल पर स्मारक,मुम्बई में चैतन्य भूमि पर बाबा साहब अम्बेडकर स्मारक नई दिल्ली में अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर और अलीपुर रोड पर अम्बेडकर मेमोरियल शामिल है जहां डॉ अम्बेडकर का महापरिनिर्वाण हुआ। पंच तीर्थ के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 नवंबर, 2015 को लंदन में अम्बेडकर स्मारक का उद्घाटन किया। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार की परंपरा को आगे बढाते हुये उत्तर प्रदेश सरकार ने यहां डा. भीमराव अंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केंद्र का शिलान्यास किया। यूपी सरकार की इस पहल जितनी सराहना की जाये कम है।
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