अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। कोरोना के खिलाफ जारी जंग में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए गाज़ियाबाद स्वास्थ्य विभाग इन दिनों दिन रात एक कर रहा है। विभाग के अधिकारियों की चुस्ती का यह आलम है कि पर्याप्त मात्रा में टीके न होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग टीका कैंप लगा रहा है। अधिकारियों की इस लापरवाही का खामियाजा उस भोली भली जनता को भुगतना पड़ रहा है। जो इस भीषण गर्मी में भी टीका लगवाने के लिए कैंप में पहुँच रही है। पर्याप्त मात्रा में टीके न होने के कारण ट्रांस हिंडन क्षेत्र में मकनपुर स्थित बरातघर में लगे। ऐसे ही एक कैंप में 850 लोगों को टीका लग सका। जबकि टीका लगवाने के लिए एक हजार से भी अधिक लोग पहुंचे थे।
ऐसे में जिन्हें टीका नहीं लगा, वे विरोध करने लगे। हालत ऐसे हो गए कि कैंप के आयोजक और क्षेत्रीय पार्षद कपिल त्यागी को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी। उधर, वैशाली सेक्टर एक स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लोगों को बिना टीका लगवाए वापस लौटना पड़ा। वैशाली सेक्टर छह रामप्रस्थ ग्रीन में मंगलवार को टीकाकरण शिविर लगाने की पूरी तैयारी की गई। स्थानीय पार्षद मधु सिंह व उनके पति राजकुमार सिंह ने टीकाकरण शिविर लगने का प्रचार-प्रसार भी किया। मंगलवार सुबह-सुबह लोगों को पता चला कि टीके की डोज ही नहीं है। ऐसे में कैंप नहीं लगेगा। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष प्रमोद द्विवेदी ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जब डोज ही नहीं थी तो शिविर लगाने की तैयारी ही क्यों की गई।
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