अंकाशु उपाध्याय
नई दिल्ली। ट्विटर ने शनिवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी अकाउंट से सत्यापन वाला ब्लू टिक हटा दिया। उपराष्ट्रपति सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि ट्विटर पर नायडू का निजी अकाउंट लंबे समय से निष्क्रिय था और ट्विटर अलगोरिद्म ने ब्लू टिक हटा दिया। उन्होंने बताया कि ट्विटर सत्यापन पहचान को बहाल करने की प्रक्रिया में है।
उपराष्ट्रपति के इस निजी अकाउंट से पिछले साल 23 जुलाई को आखिरी बार पोस्ट की गयी थी। उपराष्ट्रपति ट्वीट करने के लिए आधिकारिक अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं। ये खबर आते ही ट्विटर पर ट्रेंड होने लगा है। सोशल मीडिया पर काफी लोग ट्विटर के इस कदम का विरोध करने लगे। रेस के मैदान का विजेता कोरोना के सामने घुटने टेकने को तैयार नहीं, मिल्खा सिंह की हालत स्थिर सरकार ने दिया ट्विटर को आखिरी मौका, आईटी नियमों के अनुपालन में विफल रही तो इसके बाद ट्विटर ने अपनी गलती स्वीकार की और उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू के ट्विटर अकाउंट को दोबारा वेरिफाइड कर दिया।
सरकार के कड़े रूख के बाद ट्विटर ने अपना फैसला वापस ले लिया। सरकार की ओर से साफ तौर पर कहा गया था कि उपराष्ट्रपति देश का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद है। संविधानिक पद पर बैठे व्यक्ति किसी पार्टी का हिस्सा नहीं होते। इसलिए सरकार ट्विटर की इस हरकत को संवैधानिक अनादर की नजर से देखती है।
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