अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां जोरो से चल रही है। चिंता की बात यह है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक होने की आशंका है। मौजूदा स्थिति में ही बच्चों के संक्रमण होने की दर बढ़ गई है। प्रतिदिन 10 वर्ष से कम आयु के 5 से 10 बच्चे कोरोना के चपेट में आ रहे है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों का विशेष ध्यान रखने समझाइस दी है। प्रदेश सहित पुरे देश में बीते कुछ दिनों से लगातार छोटे बच्चे कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे है।
चिकित्सक एवं वैज्ञानिक पहले ही चेतावनी दे दी है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक हो सकती है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। सबसे पहले अभिभावकों को आगाह किया है कि बच्चों का विशेष ख्याल रखें और बच्चों को भी पुरे तरह से गाइडलाइन का पालन करना सिखाएं। मौजूदा स्थिति में बिलासपुर शहर अंतर्गत कोरोना से संक्रमित होने वाले बच्चों के लिए सिर्फ दो अस्पताल संचालित हो रहे है। जहाँ पर 34 बेड बच्चों के लिए है। लेकिन अब बेड संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए चिल्ड्रन अस्पतालों से संपर्क किया जा रहा है। ताकि समय आने पर बच्चो के इलाज में किसी भी प्रकार का दिक्कत न हो।
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