गोपीचंद
बागपत। थाना मवाना जिला मेरठ के मोहल्ला हीरा लाल निवासी तेजवीर ने अपने पुत्र राहुल का विवाह 6 वर्ष पूर्व ग्राम बालपुर जिला सहारनपुर निवासी नरेश सैनी की पुत्री कामिनी के साथ हिन्दू रीतिरिवाज के साथ की थी और प्रार्थी का पुत्र राहुल अपनी पत्नी कामिनी के साथ खेकड़ा जिला बागपत में खुशी-खुशी रह रहा था और राहुल ने अपनी पत्नी के उत्तम भविष्य को ध्यान में रखते हुये उसे जीएनएम का कोर्स भी कराया था।
कामिनी काफी दिनों से ह्रदय की समस्या से पीड़ित थी। जिसका इलाज खेकड़ा के एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था और दिनांक 31/05/2021 को उसकी हालत अचानक बिगड़ने पर उसको मेरठ शुभ भारती मैडिकल के लिये रैफर कर दिया गया। शुभ भारती मैडिकल पहुचने के कुछ समय बाद डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया। कामिनी की मृत्यु की सूचना उसके पिता के घर दी और प्रार्थीगण मृतका कामिनी को अपने घर मवाना ले आये और कामिनी के माता पिता भी मौके पर पहुच गये और प्रार्थीगणों ने अन्य अन्य प्रकार की शंकाओं को ध्यान में रखते हुये मृतका कामिनी का पोस्टमॉस्टम करने की सहमति भी दी, परन्तु उन्होंने उसके लिये मन कर दिया। और उनकी सहमति से ही हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार कामिनी का अंतिम संस्कार किया गया।
परन्तु दिनांक 06/06/2021 को तेरहवी के दिन कामिनी के माता पिता और भाईयों में अचानक बदलाव के कारण वह कहने लगे कि तुमने हमारी लड़की को लापरवाही कर जानबूझकर मारा है और अब जब हमारी लड़की ही नहीं रही तो हम उसका समान व उसका लड़का अपने साथ ले कर जायेंगे। जिसपर हमने समान पर अपनी सहमति दे दी। परन्तु लगके के लिये हमने मना कर दिया तो वह इसी बात को लेकर हमारे साथ गाली गलौच करते हुये हमारे घर में जबरन घुस कर समान इकट्ठा करने लगे और कामिनी से प्राप्त 10 महा के लड़के को जबरन उठाकर ले जाने लगे तो हम लोगो ने विरोध किया तो वह लाठी डंडे व सरिये उठाकर हमे मारने लगे और हमारे घर की कच्ची दीवार से ईंट उखाड़ कर हम पर बरसाने लगे। जिससे प्रार्थी गणों और अन्य रिस्तेदारों व आस-पास के लोगों को गहरी चोट आ गयी और प्रार्थी के पुत्र राहुल को जान से मारने की नीयत से मार-मार कर खून से लतपत कर दिया और उसका गला दबाकर जान से मारने का प्रयास करने लगे तो कुछ अन्य रिस्तेदारों ने गम्भीर और अधमरी हालत में मृतका के पति राहुल को बड़ी मुश्किलों से बचाया।
जिसकारण बीच बचाव करने वाले भी गम्भीर रूप से घायल हो गये। पुलिस हेल्फ़ लाईन 112 पर घटना की सूचना दर्ज कराई। जिस पर कुछ समय बाद प्रार्थी गणों को थाने से बेक कॉल आई और प्रार्थीगणों को थाने में आकर ही बात करने के लिये कहा, जिस पर प्रार्थीगणों की और से मोहित सैनी थाने में बात करने गया तो थाना पुलिस ने उसे वही बंधक बना लिया। इस बात का पता लगते ही जब हम लोग लिखित तहरीर लेकर थाना पहुचें तो प्रार्थी के पुत्र राहुल की बिगति हालत को देख कर उसको तो मैडिकल के लिये भेज दिया और हमने अन्य घायल हुये व्यक्तियों का मैडिकल करने को कहा तो हमें थाना पुलिस ने थाने से भगा दिया और हमारी कोई बात नहीं सुनी। प्रार्थीगणों के परिवार के जान माल की बड़ी भारी हानि होने के बाद भी प्रार्थी अपनी दुखद स्थिति में बेबश व निसहाय और अकेले है।
मवाना थाना की ओर से प्रार्थीगणों के साथ इस प्रकार का व्यवहार अमानवीय है। प्रार्थी पक्ष का राहुल जो कि मृतका का पति है। गम्भीर हालत में प्यारेलाल अस्पताल मेरठ में भर्ती है और मवाना थाना की और से विवाद की एक पक्षीय कार्यवाही प्रार्थीगणों के लिये लाचारी व बेबसी का कारण बनी हुई हैं और विपक्षी गणों की और से उनकी शर्तों को मान कर फैसला करने का दबाव अन्य प्रभावशील व्यक्तियों द्वारा बनाया जा रहा है।
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