अश्वनी उपाध्याय
गाज़ियाबाद। जिले में आजकल कई जगहों पर खुले में फेंकी हुई पीपीई किट दिखाई दे रहीं हैं। आपको बता दें कि कड़े प्रदूषण नियंत्रण क़ानूनों की वजह से छोटे नर्सिंग होम से लेकर बड़े अस्पतालों ने अपने यहाँ मेडिकल वेस्ट को डिसपोस ऑफ करने के इंतजाम किए हुए हैं। ऐसे में ये किट किसी निजी अस्पताल द्वारा फेंका जाना बहुत मुश्किल है। सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थिति काफी भिन्न है। सरकारी काम होने के कारण यहाँ लापरवाही होना संभव है। वैसे माना जा रहा है कि लोग कोरोना संक्रमित से मारे गए व्यक्तियों के अंतिम संस्कार के लिए पीपीई किट खरीदते हैं और संस्कार से वापस जाते समय उन्हें ऐसे ही खुले में फेंक देते हैं। बहरहाल, चाहे वजह कुछ भी हो, ये पीपीई किट अब संक्रमण फैलाने का कारण बन सकते हैं।
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