मधुकर कहिन
कोरोना के दौरान ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर आपके हर सवाल का जवाब !!!
प्लांट से अस्पतालों तक सिलेंडर पहुंचने वाले लोगों का अब तक नहीं हुआ है वैक्सीनशन
सुबह से लेकर शाम तक सैकड़ों फोन उठाता हूँ। हर फोन पर सिर्फ एक ही सवाल होता है और एक ही मुद्दा - साहब 'ऑक्सीजन' का सिलेंडर नहीं है, दिला दो , साहब 'ऑक्सीजन' गैस कहां से लाऊं ? साहब 'ऑक्सीजन' का सिलेंडर कब तक मिलेगा ? मेरे पास न कोई जवाब होता है और न ही कोई हल।
मैंने सोचा आज यह ब्लॉग लिख कर सारे जवाब एक साथ ही दे डालूँ। सभी लोगों को बता दूँ की मैं कोई सुपर मैन नहीं हूँ। भाई ! मैं भी एक आम इंसान ही हूँ। बस पत्रकार हूँ इसलिए ज़रा ज्यादा मुखर हूँ। जितना ज्ञान इस विषय पर मैंने इन दिनों अर्जित किया है उतना आप तक पहुंचा रहा हूँ।
तो साहब ! जिस 'ऑक्सीजन' की हम बात कर रहे हैं। वह 'ऑक्सीजन' कोविड-19 के मरीजों को जिंदा रखने और उपचार के दौरान दी जाने वाली संजीवनी बूटी की तरह है। जिसे सैकड़ों लोग रोज़ 'ऑक्सीजन' प्लांट से लेकर अस्पतालों तक ले जा रहे हैं। जिनका खुद का वैक्सीनशन अब तक नहीं हुआ है। है न कमाल ?
खैर, लोगों के अक्सर जो सवाल होते है वो कुछ ऐसे हैं ...
पहला सवाल - मैं कोरोना पॉजिटिव हूँ। मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। क्या मुझे 'ऑक्सीजन' की जरूरत तुरंत पड़ेगी ?
जवाब है कि - अगर आप की रिपोर्ट पॉजिटिव है , तो आपको तुरंत 'ऑक्सीजन' की ज़रूरत नहीं है। यदि आपकी HRTC रिपोर्ट 10 से ऊपर है तो आपको तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी। आपकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही आपको ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है। इसलिए पॉजिटिव आते ही दवाइयों पर और डॉक्टर की सलाह पर निर्भर रहें। जल्दबाजी न करें डॉ की सलाह पर दवाई लेते रहें। इस से क्या होगा कि आप यदि व्यवस्थाओं में माहिर है तो सिलेंडर और ऑक्सीजन अपने घर तो ले आएंगे। लेकिन वह आपके काम नहीं आएगी और उसके साथ-साथ किसी और ज्यादा जरूरतमंद के भी काम नहीं आएगी। अधिकांश मामले नियमित दवाई और चिकित्सकों की गाइडेंस से ठीक हो रहे हैं।
दूसरा सवाल - आखिर मुझे 'ऑक्सीजन' मिलेगी कहाँ से ?
जवाब है कि - आपको 'ऑक्सीजन' सिलेंडर उसी अस्पताल में भर्ती होने पर मिलेगा। जिस अस्पताल से आप का उपचार चल रहा है और वही अस्पताल आपको भर्ती तो कर देगा।, लेकिन 'ऑक्सीजन' पर तभी लेगा। जब आपकी मेडिकल HRCT 10 से ज्यादा दिखाई देगी। उससे पहले वह भी आपको आईसीयू एडमिट नहीं करेगा।
तीसरा सवाल -किस अस्पताल में जाएँ जहाँ 'ऑक्सीजन' की दिक्कत न आये ?
जवाब है - हर उस अस्पताल में आप जा सकते हैं जिसे कोविड अस्पताल घोषित कर दिया गया है। उसमें आप जा सकते हैं और इलाज ले सकतें है। बात 'ऑक्सीजन' की तो हर अस्पताल को प्रशासन की ओर से रोज़ ऑक्सिजन सिलेंडर अलॉट किये जाते हैं । ( अनुमानित संख्या )
जैसे कि
1300 से 2200 सिलेंडर रोज जेएलएन अस्पताल
55 से 100 सिलेंडर चर्चित गैस एजेंसी सिविल लाइन्स
55 से 100 सिलेंडर फेयर डील मेडिकल आर्यनगर
35 से 40 सिलेंडर क्षेत्रपाल अस्पताल
18 से 22 सिलेंडर मित्तल अस्पताल
45 सिलेंडर सेटेलाइट अस्पताल
12 सिलेंडर आरएस अस्पताल
और इसी तरह से जितने भी निजी और सरकारी कोविड अस्पताल हैं। सब के पास 'ऑक्सीजन' उनके कोटा अनुसार उपलब्ध है।
परंतु ऑक्सीजन आपको तभी मिल पाएगी जब आपको उसकी जरूरत होगी। इसलिए बेवजह सिलेंडर के पीछे ना भागे। घर में रहे और अपना उपचार जारी रखें।
चौथा सवाल क्या मुझे 'ऑक्सीजन' कंसंट्रेटर पर निर्भर रहना चाहिए ?
इसका जवाब है कि 'ऑक्सीजन' कंसंट्रेटर मात्र 5 किलो ऑक्सीजन वायुमंडल से बनाकर देता है। जो कि केवल एक हद तक मददगार है । यदि आप कोविड-19 के शिकार हो गए और आपको 'ऑक्सीजन' की जरूरत है तो यह कंसंट्रेटर आपको कुछ प्रतिशत तक ही घरेलू लाभ पहुंचा सकता है। परंतु आपके लिए उम्मीद करना कि यह कंसंट्रेटर 'ऑक्सीजन' सिलेंडर की 98% गैस की तरह राहत देता है तो आपकी सोच गलत है।
पाँचवा सवाल - 'ऑक्सीजन' हेतु आखिर एक मरीज़ के पास क्या क्या विकल्प हैं ?
जवाब है - संक्रमण के स्तर को देखते हुए तीन तरह की मशीनें साफ तौर पर मार्केट में दिखाई दे रही है। प्रथम तरह की मशीन है 'ऑक्सीजन' कंसंट्रेटर जो, कि आपकी सांस लेने की क्षमता को 5% बढ़ाता है। कंसंट्रेटर की कीमत लगभग 66 हज़ार तक कि होती है।
उसके बाद है, बाई पेप मशीन जो कि 50 से 55% तक आपकी क्षमता बढ़ाएगा। इसकी कीमत 90 हजार के आसपास है।
और अंततः वेंटिलेटर जिसकी कीमत लगभग 70 से 80 लाख है। जहां 'ऑक्सीजन' सिलेंडर लगने पर आपकी सांस लेने की क्षमता 98 परसेंट तक बढ़ जाती है।
तीनों ही तरह में कंसंट्रेटर ही एक ऐसा जुगाड़ है जो आपको प्राथमिक स्तर पर लाभ पहुंचा सकता है। परंतु यदि आप यह उम्मीद करते हैं कि जिस मरीज को वेंटीलेटर की जरूरत है। उसका काम कंसंट्रेटर से चल जाएगा तो यह उम्मीद आपको भारी पड़ सकती है।
छठा सवाल - मेरा मरीज घर पर है। मुझे डॉक्टर ने 'ऑक्सीजन' सिलेंडर लिखकर दे दिया है। परंतु फिर भी मुझे सिलेंडर प्राप्त नहीं हो रहा है। ऐसे में मैं क्या करूं ?
इसका जवाब है कि ऐसे में आप अपने मरीज को टैब तक डिस्चार्ज न करवाये, जब तक चिकित्सक न कहे। और सरकारी चिकित्सक से पर्चा लिखवाकर जिला कलेक्टर अथवा एडीएम और सीएमएचओ के कार्यालय को संपर्क करें। उनसे निवेदन करें और इमरजेंसी का आवेदन लगाकर कुछ हद तक मदद की उम्मीद कर सकते हैं। गैस डीलर और प्लांट धारकों के यहॉं भीड़ लगाने से कुछ लाभ नहीं होगा। क्योंकि अजमेर के प्रशासन द्वारा इन लोगों को अनुमति अब तक नहीं है कि ये सीधे गैस सिलेंडर या 'ऑक्सीजन' किसी को दे सकें।
इसके अलावा भी अगर किसी के मन में कोई सवाल या मेरे बताए हुए तथ्यों में कोई शंका या त्रुटि हो तो वह मुझसे जरूर इस नंबर पर व्हाट्सएप करके पूछे ...
मैं 'ऑक्सीजन' भले ही नहीं उपलब्ध करवा पा रहा हूँ लेकिन फिर भी जहां तक हो सकेगा, आपके सवालों का जवाब तो मैं उपलब्ध करवाने की कोशिश कर ही सकता हूँ। ताकि आपकी उम्मीद बनी रहेंं।
घर पर रहिए और अपना ख्याल रखिय।
नरेश राघानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.