हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। बलिया और गाजीपुर जिलों में गंगा नदी में कई शव बहते पाये जाने की घटना के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार को इसकी ‘जवाबदेही’ तय करनी होगी।
अखिलेश ने ट्वीट किया, ”गंगा नदी में पाये जाने वाले शव एक आंकड़ा भर नहीं है। ये शव किसी के पिता, माता, भाई, बहन के हैं। यह सरकार की जवाबदेही है जो लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है।
गौरतलब है कि बलिया और गाजीपुर में गंगा नदी में कई शव बहते पाये गये थे। दोनों जिलों में करीब सवा सौ शव नदी से निकाले गए हैं। इन्हें नदी के किनारे ही गड्ढा खोदकर दफना दिया गया है।
एक अन्य ट्वीट में अखिलेश ने कहा, ”मैं ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया ओरिजिन को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने दान में 122 वेंटीलेटर और 95 आक्सीजन कंसंट्रेटर दिये। यह एक बात और याद दिलाती है कि हम सब एक हैं। ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया ओरिजिन को दिल से धन्यवाद।”
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौर में सत्ता संरक्षित कालाबाजारी और मंहगाई से भाजपा राज में लोगों की जिंदगी नरक बन गई है। प्रदेश की बदहाली को झूठे आंकड़ों की बाजीगरी से छुपाया जा रहा है।
मौतों का सच भी उसे नहीं दिख रहा है। उल्टे भाजपा नेतृत्व द्वारा सरकार को आगाह करने वाले विपक्षी नेताओं को बदनाम करने का अभियान चलाया जा रहा है। भाजपा ने नैतिकता और लोकलाज सबको तिलांजलि दे दी है।
अखिलेश यादव ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि कितने दुःख बात है कि सांसों के आपातकाल में भी शासन, प्रशासन और शराब माफिया का सिंडीकेट खुलेआम जहरीली शराब बिकवा रहा है। भाजपा सरकार के प्रवक्ताओं का बस एक ही एजेण्डा है कि समाजवादी पार्टी के सुझावों को दरकिनार कर कोरोना नियंत्रण करने की बजाय समाजवादी पार्टी के विरुद्ध अनाप-शनाप आरोप लगाना जारी रखना है।
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