अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। जैसा कि पहले से ही आभास लगाया जा रहा था कि राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष रहे चौधरी अजीत सिंह के निधन के बाद उनके पुत्र को ही पार्टी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है उस पर आज मोहर लग गई।
पार्टी द्वारा आज एक वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग में सर्वप्रथम चौधरी अजीत सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। वर्चुअल मीटिंग में चौधरी अजीत सिंह के निधन के बाद रिक्त हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर महासचिव आलोक त्यागी ने उपाध्यक्ष जयंत चौधरी का नाम प्रस्तावित किया। पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय महासचिव मुंशी रामपाल ने भी इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया। इसके बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव का समर्थन किया और अंत में जयंत चौधरी पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के बनने के बाद अब आगामी चुनाव दिलचस्प होने जा रहे हैं। क्योंकि पहली बार राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष की जिम्मेदारी नव युवा के हाथों में है। युवा के हाथों में अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी है तो जाहिर है की पार्टी आने वाले चुनाव में पूरा दमखम दिखाने वाली है। युवा कंधों पर आई जिम्मेदारी कैसे पार्टी को आगे बढ़ाती है और पार्टी कितना आगे बढ़ेगी, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
पार्टी अध्यक्ष चुने जाने पर जयंत चौधरी ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह एवं चौधरी अजीत सिंह के बताए रास्ते पर चलते हुए गांव किसान के हितों के लिए सदैव संघर्ष करने का संकल्प लिया है। जिसके लिए वह संघर्ष करते रहेंगे। जयंत चौधरी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में मैं पार्टी से जुड़ कर संगठन को मजबूत बनाने का भरसक प हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव के साथ पार्टी संगठन पर भी चर्चा की। पंचायत चुनाव में पार्टी समर्थित प्रत्याशी की जीत पर भी जयंत चौधरी ने संतोष व्यक्त किया।
महाराष्ट्र,गोवा एवं गुजरात में तूफान चक्रवात से हुआ नुकसान पर भी जयंत चौधरी ने गहरा दुख व्यक्त किया। इस अवसर पर जयंत चौधरी ने पिछले 6 माह से चल रहे संयुक्त किसान आंदोलन का भी समर्थन किया और पार्टी पदाधिकारियों से 26 मई को भारी संख्या में धरने में भाग लेने को कहा। जयन्त ने सरकार से भी मांग की कि वह किसानों से वार्ता कर समस्या का शीघ्र समाधान करें। मीटिंग में जयंत चौधरी ने देश में फैली कोरोना महामारी को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार इस महामारी को रोक पाने में नाकामयाब साबित हो रही है। संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण अभियान को गति देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कम समय में लाभ पहुंचाने के आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की जोड़ा जाए।
जयंत चौधरी ने टीकाकरण को लेकर कहा की मोबाइल ऐप द्वारा टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन करने में काफी दिक्कत आ रही है। इसलिए टीकाकरण का कोई नया उपाय सरकार द्वारा अपनाया जाए जिससे आम जनमानस को दिक्कत न हो ।
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