पंकज कपूर
देहरादून। जब से भारत में कोरोना संक्रमण शुरू हुआ है। तब से शायद ही कोई ऐसा दिन गया। जो जब भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं को अपने ही किसी नेता की बातों की वजह से शर्मिंदगी न उठानी पड़ी हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र देश-दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों के साथ महामारी को रोकने के प्रबंधों पर विचार कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पार्टी के कई नेता अपनी अवैज्ञानिक सोच के कारण देश की जनता को गुमराह करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इन सब के बीच नेताओं के ऊटपटाँग बयानों के कारण विपक्ष को आलोचना के लिए मसाला मिल रहा है और जनता का मनोरंजन भी हो रहा है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोरोना वायरस को लेकर एक तर्क दिया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बीते गुरुवार को कहा कि कोरोना वायरस एक जीवित जीव है, जिसे जीने का अधिकार है। त्रिवेंद्र सिंह रावत का यह बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं। राजनीति से जुड़े लोग इसको लेकर तंज भी खूब कस रहे हैं। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा था। ‘दार्शनिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो कोरोनावायरस भी एक जीवित जीव है, बाकी लोगों की तरह इसे भी जीने का अधिकार है। लेकिन हम (मनुष्य) खुद को सबसे बुद्धिमान समझते हैं और इसे खत्म करने के लिए तैयार हैं। इसलिए यह खुद को लगातार बदल रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.