कौशाम्बी। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के पास प्रदेश के समस्त जिलो से शिकायत प्राप्त हुयी है, कि प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन में शादी-विवाह की अनुमति प्रदान की है। परन्तु शादी विवाह करने वाले परिवारो को सामान खरीदने के लिए बाजारो में दुकान खोलने की अनुमति नहीं दिया है। ऐसी हालत में प्रदेश के अंदर सामाज के सभी वर्गो को शादी के लिए कपडा,जेवर,वर वधू के लिए उपयोगी सामाग्री वा भोजन नास्ता आदी बनाने के लिए प्रयुक्त होने वाली सामग्री की खरीद मे बाजारो की सभी दुकाने बंद होने के कारण अत्याधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। यदि इस तत्थ की अनदेखी करनी थी तो सरकार शादी विवाह की अनुमति नहीं देती तो अच्छा ही था।
दुकाने बंद होने के कारण दोनो परिवारो को वर वधू को देने के लिए कोई सामान नहीं मिल पा रहा है। इसी कारण बहुत सी शादिया नियति तिथि पर कैसिल करनी पड़ी या टूट गई। लोग शादी के लिए बैण्ड बाजे होटल गेस्ट हाऊस फूल माला लाइट हलवाई सुनार आदि को एण्डवांश में रकम दे चुके है।परन्तु शादी कैसिंल होने पर उनका एण्डवांश पैसा वापस नही मिल पा रहा है। बहुत से लडकी पक्ष के सामने काफी आर्थिक नुकसान का संकट है।जिसमे कई भविष्य मे पुनः व्यवस्था करने मे असक्षम है। ऐसी स्थिति मे आम जनता कि समस्या को देखते हुवे सरकार द्वारा बाजारो को पूर्णतः बंद करना अनुचित है।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रान्तीय वरिष्ठ महामंत्री रमेश अग्रहरि ने उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक ई मेल भेजकर मांग किया है कि कोविड कि दूसरी लहर मे लाकडाउन के समय सरकार ने वैवाहिक कार्यक्रम की अनुमति दी तो उपयोगी आवश्यक सामानो की खरीद ब्रिक्री हेतु बाजारो को खोलने की अनुमति प्रदान करे। आम जनता की समस्याओं वा जनपद के व्यापारियों की समस्याओं को ध्यान मे रखते हुए 7:00 से 11:00 वा सांय 4:00 से 7:00 बजे तक बाजारो को खोलने कि अनुमति जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदान करे।
राजू सक्सेना
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