हरिओम उपाध्याय
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर को थामने के लिए लगाए गए लाॅकडाउन की वजह से रोजाना कमाकर खाने वाले गरीब लोगों को भूखे पेट ना सोना पड़े। इसलिए सरकार ने राजधानी में ऐसे लोगों को भी राशन देने का फैसला लिया था। जिनके पास अभी तक राशन कार्ड नहीं है। ऐसे लोगों के लिए इस सप्ताह पंजीकरण शुरू कर दिए जाएंगे। इसके लिए दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर लिंक दिया जाएगा। कुछ सरकारी तकनीकी मंजूरी मिलने के बाद पंजीकरण आरंभ कर दिए जाएंगे।
सोमवार को दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि गरीबी की रेखा के तहत राशन पाने के लिए किसी भी तरह के आय प्रमाण पत्र अथवा गरीबी रेखा का प्रमाण पत्र दिखाने की जरूरत नहीं होगी। खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए सिर्फ ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद लाभार्थी को एक ई-कूपन मिलेगा। जिसे दिखाने मात्र से ही संबंधित को राशन दे दिया जाएगा। सरकार की ओर से कहा गया है कि पंजीकरण कराने के बाद जो भी व्यक्ति यह ई-कूपन प्राप्त करेगा। उसे राशन दे दिया जाएगा। सरकार की मुफ्त खाद्यान्न योजना के तहत संबंधित व्यक्ति को 4 किलो गेहूं और 1 किलो चावल प्रति व्यक्ति के हिसाब से मिलेगा। दिये जाने वाले खाद्यान्न के बदले कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। गौरतलब है कि 3 दिन पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न दिए जाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि राजधानी दिल्ली में 17.50 राशन कार्ड से लगभग 7200000 लोगों को हर महीने राशन प्राप्त होता है। परंतु दिल्ली में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो बाहर से आकर रोजी रोटी कमा रहे हैं। रोजाना कमाकर खाने वाले लोगों की आमदनी पर गहरा असर पड़ा है। राशन कार्ड धारकों को भी राशन देने के लिए इसी सप्ताह पंजीकरण के लिए आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.