विनोद मिश्रा
बांदा। चित्रकूट धाम मंडल के चित्रकूट जिला कारागार में शुक्रवार सुबह गैंगवार के दौरान हुए हत्याकांड में उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। जेल में दो बंदियों की हत्या और पुलिस की जवाबी फायरिंग में अपराधी अंशू दीक्षित के मारे जाने के मामले में जेल अधिकारियों व कर्मियों की लापरवाही सामने आई है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चित्रकूट जेल के अधीक्षक एसपी त्रिपाठी व जेलर महेंद्र पाल समेत पांच कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। डीजी जेल आनन्द कुमार ने इसकी पुष्टि की है।
चित्रकूट जेल में हुई जघन्य घटना में सुरक्षा बंदोबस्त में बड़ी लापरवाही सामने आई है। अधिकारियों का कहना है कि जेल में पिस्टल कैसे पहुंची, यह अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो सका है। घटना की न्यायिक जांच होगी, जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। घटना में चित्रकूट पुलिस एफआइआर दर्ज कर रही है। पुलिस विवेचना में कई तथ्य पूरी तरह से स्पष्ट हो सकेंगे।निलंबित किए गए कर्मियों में जेल के हेड वार्डर के अलावा सुरक्षा-व्यवस्था में तैनात पीएसी का एक सिपाही भी है। डीजी जेल आनन्द कुमार का कहना है कि सभी बिंदुओं पर जांच कराई जा रही है।
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